रामनाथ कोविंद देश के नए राष्ट्रपति बने

प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति जेएस केहर ने संसद के केंद्रीय कक्ष में निर्वतमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में कोविंद को पद की शपथ दिलाई.

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प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति जेएस केहर ने संसद के केंद्रीय कक्ष में निर्वतमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में कोविंद को पद की शपथ दिलाई.

 

New Delhi: Chief Justice of India, Justice JS Khehar administers oath of office to Ram Nath Kovind as the 14th President of India at a special ceremony in the Central Hall of Parliament in New Delhi on Tuesday. PTI Photo by Shahbaz Khan (PTI7_25_2017_000022A)
संसद भवन के केंद्रीय हॉल में मंगलवार को के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस जेएस खेहर ने 14वें राष्ट्रपति के रूप में रामनाथ कोविंद को शतथ दिलाई. (फोटो: पीटीआई)

पूर्व भाजपा सदस्य और आरएसएस कार्यकर्ता राम नाथ कोविंद ने मंगलवार को भारत के 14वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण की. प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति जेएस केहर ने संसद के केंद्रीय कक्ष में निर्वतमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में कोविंद को पद की शपथ दिलाई.

शपथ ग्रहण समारोह के तत्काल बाद कोविंद (71) ने देश का सर्वोच्च संवैधानिक पद संभालने के लिए मुखर्जी से कुर्सी की अदला-बदली की.

इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, उपराष्ट्रपति एम. हामिद अंसारी और सांसद भी केंद्रीय कक्ष में मौजूद थे. बिहार के पूर्व राज्यपाल कोविंद, केआर नारायणन के बाद देश के दूसरे दलित राष्ट्रपति हैं.

इससे पहले भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर बदलाव की औपचारिक प्रक्रिया उस समय शुरू हुई जब नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अकबर रोड स्थित आवास पर उन्हें लेने के लिए उनके सैन्य सचिव पहुंचे.

राष्ट्रपति के सैन्य सचिव मेजर जनरल अनिल खोसला 71 वर्षीय कोविंद और उनकी पत्नी सविता को राष्ट्रपति भवन ले जाने के लिए आमंत्रित करने आए जहां अध्ययन कक्ष में निवर्तमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी उनका इंतजार कर रहे थे.

इसके बाद दोनों नेता भव्य राष्ट्रपति भवन के समक्ष स्थित दालान में गए जहां से उन्हें सलामी मंच तक ले जाया गया. मुखर्जी ने राष्ट्रपति के अंगरक्षकों से अंतिम सलामी ली और इस समय नवनिवार्चित राष्ट्रपति कोविंद उनके बांयीं ओर खड़े थे.

इसके बाद मुखर्जी और उनके उत्तराधिकारी काले रंग की लिमोजिन कार से रायसीना पहाड़ी से संसद भवन की ओर बढ़े. उनके आगे राष्ट्रपति के अंगरक्षकों का काफिला चल रहा था जो सफेद परिधान पहने हुए था. अंगरक्षकों ने सफेद परिधान, नीले साफे और सुनहरे रंग के अलंकरण धारण कर रखे थे.

राष्ट्रपति भवन से संसद मार्ग पर जाने वाले मार्ग तक सशस्त्र बल के जवान खड़े हुए थे. इससे पहले मंगलवार सुबह कोविंद ने राजघाट जा कर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.