उत्तर प्रदेश की भदोही पुलिस ने बताया कि वाराणसी निवासी गायिका ने आरोप लगाया है कि निषाद पार्टी के विधायक विजय मिश्रा ने साल 2014 में उन्हें अपने यहां एक कार्यक्रम में बुलाया था और उनके साथ बलात्कार किया था. साथ ही घटना के बारे में किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी.
भदोही: दूसरे की संपत्ति और कारोबार पर जबरन कब्जा करने के आरोप में आगरा जेल में बंद निषाद पार्टी के विधायक विजय मिश्रा और उनके बेटे समेत तीन लोगों के खिलाफ एक गायिका की शिकायत पर रविवार को बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है.
निषाद पार्टी उत्तर प्रदेश में भाजपा की सहयोगी पार्टी है.
उत्तर प्रदेश में के भदोही पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह ने प्राथमिकी के आधार पर बताया कि वाराणसी निवासी 25 साल की एक गायिका ने आरोप लगाया है कि विधायक विजय मिश्रा ने साल 2014 में उन्हें अपने यहां एक कार्यक्रम में बुलाया था और उसी दौरान उनके साथ बलात्कार किया. उन्होंने घटना के बारे में किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी.
गायिका का आरोप है कि उसके बाद वर्ष 2015 में वाराणसी के एक होटल में बुलाकर बलात्कार किया.
आरोप है कि एक बार विधायक मिश्रा ने चार लोग भेजकर गायिका को वाराणसी से उठवा लिया और कौलापुर (भदोही जिला) स्थित घर में बलात्कार करने के बाद अपने बेटे विष्णु मिश्रा और भतीजे विकास मिश्रा से उन्हें घर तक छोड़ने को कहा था, मगर विष्णु और विकास ने भी उन्हें घर छोड़ने से पहले विधायक विजय मिश्रा के घर के सामने एक मकान में ले जाकर बलात्कार किया.
पुलिस अधीक्षक के मुताबिक गायिका का कहना है कि मिश्रा के लगातार यौन शोषण से तंग आकर वह मुंबई चली गईं, मगर वहां भी विधायक ने उनका पीछा नहीं छोड़ा और वीडियो कॉल करके परेशान करने लगे.
रविवार को गायिका ने बताया कि जब उन्हें पता चला कि विजय मिश्रा जेल में बंद हैं तो उन्होंने गोपीगंज थाने में आज (18 अक्टूबर) मामला दर्ज कराया.
पुलिस अधीक्षक सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. गायिका की मेडिकल जांच कराई जा रही है.
गौरतलब है कि ज्ञानपुर सीट से निषाद पार्टी के विधायक विजय मिश्रा, उनकी पत्नी रामलली और बेटे विष्णु के खिलाफ उनके रिश्तेदार कृष्ण मोहन तिवारी ने पिछली चार अगस्त को संपत्ति पर जबरन कब्जा करने, फर्म को हथियाने और सब कुछ अपने बेटे विष्णु मिश्रा के नाम करने के लिए जबरदस्ती बंधक बनाकर रखने का मुकदमा दर्ज कराया है.
मामला दर्ज होने के बाद फरार विधायक विजय मिश्रा को बीते सितंबर महीने में मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया गया था. वहीं, रामलली को हाईकोर्ट से अग्रिम सशर्त जमानत मिली है, जबकि विष्णु मिश्रा की अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद अदालत ने उन्हें फरार घोषित कर दिया है.