पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह जनरल परवेज़ मुशर्रफ़ ने घर में नज़रबंद जमात-उद-दावा प्रमुख हाफ़िज़ सईद की रिहाई की मांग करते हुए दावा किया कि मुंबई हमले के मास्टरमाइंड का संगठन एक अच्छा एनजीओ है जो राहत कार्यों में मदद करता है.
पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति व तानशाह जनरल परवेज मुशर्रफ ने जमात-उल-दावा प्रमुख हफीज़ सईद की रिहाई की मांग की है.हफीज़ सईद मुंबई ब्लास्ट के मास्टरमाइंड है और फिलहाल अपने घर में नज़रबंद है. मुशर्रफ ने दावा किया है कि सईद का संगठन एक अच्छा एनजीओ है.मुशर्रफ के दावे के अनुसार यह संगठन पाकिस्तान में राहत के काम करता है.
पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के अनुसार मुशर्रफ का कहना है कि सईद को रिहा किया जाना चाहिए, क्योंकि वो पाकिस्तान में तालिबानी संगठन के खिलाफ है. उनका यह भी कहना है की सईद ने दुनिया में आज तक कोई भी आतंकवादी घटना को अंजाम नहीं दिया है. मुशर्रफ ने सईद से अलग तरह से व्यवहार करने की भी मांग की है.
पाकिस्तान सरकार ने पिछले महीने सईद को ‘एग्जिट कंट्रोल लिस्ट’ में शामिल किया था. सरकार ने सईद के विदेशी दौरों पर भी रोक लगा दी है. सईद को फिलहाल नुकसानदेह गतिविधियों में शामिल होने के नाते 90 दिनों तक घर में नजरबंद रखा गया है.
पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ का कहना है कि भारत सईद के खिलाफ है. क्योंकि सईद के समर्थक कश्मीर में भारतीय सेना से लड़ते है. डॉन की रिपोर्ट में यह भी छपा है कि मुशर्रफ ने यह स्वीकार किया है कि दुबई और लंदन में अपार्टमेंट खरीदने के लिए 2009 में सऊदी अरब के शाह बिन अब्दुलाजीज अल सौद से लाखों अमेरिकी डॉलर की मदद भी ली थी.
लन्दन और दुबई के अपार्टमेंट की बातों को निजी मामला बताकर उन्होंने ज्यादा खुलासा तो नहीं किया. मुशर्रफ ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत को आतंकवाद का गढ़ भी बताया है.