उत्तर प्रदेश में अब हर रविवार को होगा लॉकडाउन, मास्‍क न पहनने पर एक हज़ार का जुर्माना

उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी ग्रामीण और शहरी इलाकों में प्रत्येक रविवार को साप्ताहिक लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है. इस दौरान केवल स्वच्छता संबंधी और आपातकालीन सेवाएं ही संचालित होंगी. निर्देश के अनुसार, अगर किसी को पहली बार बिना मास्क पहने पकड़ा जाए तो उस पर एक हज़ार रुपये का जुर्माना लगाया जाए और अगर वह व्यक्ति दूसरी बार पकड़ा जाए तो दस गुना अधिक जुर्माना लगाया जाए.

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(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

राज्‍य सरकार ने सभी ग्रामीण और शहरी इलाकों में प्रत्येक रविवार को साप्ताहिक लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है. इस दौरान केवल स्वच्छता संबंधी और आपातकालीन सेवाएं ही संचालित होंगी. निर्देश के अनुसार, अगर किसी को पहली बार बिना मास्क पहने पकड़ा जाए तो उस पर एक हज़ार रुपये का जुर्माना लगाया जाए और अगर वह व्यक्ति दूसरी बार पकड़ा जाए तो दस गुना अधिक जुर्माना लगाया जाए.

(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)
(प्रतीकात्मक फोटो: पीटीआई)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को घोषणा की कि पूरे प्रदेश में अब हर रविवार को लॉकडाउन रहेगा और मास्‍क नहीं पहनने पर पहली बार एक हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा.

राज्‍य सरकार ने सभी ग्रामीण और शहरी इलाकों में प्रत्येक रविवार को साप्ताहिक लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है. इस दौरान आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी बाजार और दफ्तर बंद रहेंगे. केवल स्वच्छता संबंधी और आपातकालीन सेवाएं ही संचालित होंगी.

साप्ताहिक बंदी के दौरान चिकित्सा व स्वास्थ्य से जुड़ीं आवश्यक सेवाएं एवं आवश्‍यक वस्‍तुओं की आपूर्ति यथावत जारी रहेगी और पंचायत चुनाव के मतदान के लिए पोलिंग पार्टियों की रवानगी का कार्य संचालित होता रहेगा.

उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने निर्देशित किया कि शनिवार रात्रि आठ बजे से सोमवार सुबह सात बजे तक सभी ग्रामों एवं नगरों में संचालित किए जाने वाले सैनिटाइजेशन, स्वच्छता एवं फॉगिंग अभियान के सुचारू संचालन के लिए मंडलायुक्तों को अपने-अपने मंडल का नोडल अधिकारी नामित किया जाए.

एक सरकारी बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने एक बैठक के दौरान लोगों को मास्क पहनने के लिए प्रोत्साहित करने को कहा है.

उन्होंने निर्देश दिया कि अगर किसी को पहली बार बिना मास्क पहने पकड़ा जाए तो उस पर एक हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाए और अगर वह व्यक्ति दूसरी बार पकड़ा जाए तो दस गुना अधिक जुर्माना लगाया जाए.

मुख्यमंत्री ने सैनिटाइजेशन, स्वच्छता एवं फॉगिंग का विशेष अभियान संचालित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि इस अभियान के सुचारू संचालन के लिए 15 मई, 2021 तक प्रत्येक रविवार शहरी और ग्रामीण इलाकों में बाजार, हाट, व्यावसायिक प्रतिष्ठान, कार्यालय इत्यादि बंद रहेंगे.

उन्होंने कहा कि साप्ताहिक बंदी के दौरान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य से जुड़ीं आवश्यक सेवाएं एवं आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति यथावत जारी रहेगी.

उन्होंने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन-2021 के मतदान के लिए पोलिंग पार्टियों की रवानगी का कार्य निर्धारित समय-सारिणी के अनुसार संचालित होता रहेगा.

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि कोरोना वायरस की रोकथाम से संबंधित कार्यों में पिछले वर्ष विधायक निधि बहुत उपयोगी सिद्ध हुई थी और इस वर्ष भी कोविड-19 केयर फंड की नियमावली के अनुरूप विधायकों की अनुशंसा पर उनकी निधि का उपयोग कोविड-19 प्रबंधन में किया जा सकता है.

उन्होंने कहा कि पंचायत चुनावों का पहला चरण अत्‍यंत शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ और जिन क्षेत्रों में माहौल बिगाड़ने की कोशिश हुई, उन क्षेत्रों में ऐसी गतिविधियों में लिप्त लोगों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि अन्य चरण के चुनावों के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत किया जा सके.

प्रदेश में कोविड-19 के 27,426 नए मामले और 103 मरीजों की मौत

उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को कोविड-19 के 27,426 नए मामले सामने आए, जबकि संक्रमण से 103 और मरीजों की मौत हो गई.

अपर मुख्‍य सचिव स्वास्थ्य और चिकित्सा अमित मोहन प्रसाद ने शुक्रवार को बताया कि पिछले 24 घंटे में 27,426 नए संक्रमितों के मिलने से अब तक संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 793,720 हो गई है. उन्होंने बताया कि वहीं 103 और मरीजों की मौत होने से राज्य में मृतक संख्या बढ़कर 9,583 हो गई है.

प्रसाद ने बताया कि कोविड-19 के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि दर्ज हो रही है. उन्होंने बताया कि बुधवार को राज्य में कोविड-19 के 20,510 मामले जबकि बृहस्पतिवार को रिकॉर्ड 22,439 नए मामले सामने आए थे.

प्रसाद के मुताबिक? पिछले 24 घंटे में 27,426 नए मामलों के सापेक्ष 6,429 लोगों को अस्पतालों से छुट्टी दी गई और अब तक 633,461 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं.

प्रसाद ने कहा कि बृहस्पतिवार को 2.23 लाख से ज्यादा नमूनों की जांच की गई और अब तक कुल 3.78 करोड़ से अधिक नमूनों की जांच की जा चुकी है.

राज्‍य में 150,676 मरीज उपचाराधीन हैं, जिनमें 77,146 घरेलू पृथकवास में जबकि 2,435 निजी अस्पतालों में और बाकी सरकारी अस्पतालों में अपना उपचार करा रहे हैं.