आकाशवाणी पर प्रसारित मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं होगी.
नई दिल्ली: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को बलात्कार के मामले में अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद हरियाणा समेत कुछ राज्यों में हुई हिंसा पर नाराजगी व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि कानून हाथ में लेने वाले, हिंसा की राह पर चलने वाले किसी व्यक्ति या समूह को बख्शा नहीं जाएगा और कानून के तहत दोषियों को सजा मिलेगी.
आकाशवाणी पर प्रसारित मन की बात कार्यक्रम में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, एक तरफ देश उत्सवों में डूबा हुआ है और दूसरी तरफ से हिंदुस्तान के किसी कोने से जब हिंसा की खबरें आती हैं तो देश को चिंता होना स्वाभाविक है.
उन्होंने कहा कि ये हमारा देश बुद्ध और गांधी का देश है, देश की एकता के लिए जी-जान लगा देने वाले सरदार पटेल का देश है. सदियों से हमारे पूर्वजों ने सार्वजनिक जीवन-मूल्यों को, अहिंसा को, समादर को स्वीकार किया हुआ है, हमारे ज़ेहन में भरा हुआ है.
मोदी ने कहा, अहिंसा परमो धर्म: हम बचपन से सुनते आए हैं. मैंने लाल किले से भी कहा था कि आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं होगी, चाहे वो सांप्रदायिक आस्था हो, चाहे वो राजनैतिक विचार धाराओं के प्रति आस्था हो, चाहे वो व्यक्ति के प्रति आस्था हो, चाहे वो परंपराओं के प्रति आस्था हो, आस्था के नाम पर, कानून हाथ में लेने का किसी को अधिकार नहीं है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि डॉ बाबा साहब अंबेडकर ने हमें जो संविधान दिया है उसमें हर व्यक्ति को न्याय पाने की हर प्रकार की व्यवस्था है.
गुरमीत राम रहीम को बलात्कार के मामले में अदालत द्वारा दोषी करार दिए जाने के बाद हरियाणा समेत कुछ राज्यों में डेरा समर्थकों द्वारा की गई हिंसा की पृष्ठभूमि में प्रधानमंत्री ने कहा, मैं देशवासियों को विश्वास दिलाना चाहता हूं, कानून हाथ में लेने वाले, हिंसा की राह पर चलने वाले किसी को भी, चाहे वो व्यक्ति हो या समूह हो, न ये देश कभी बर्दाश्त करेगा और न ही कोई सरकार बर्दाश्त करेगी. हर किसी को कानून के सामने झुकना होगा, कानून जबाबदेही तय करेगा और दोषियों को सजा दे के रहेगा.
उल्लेखनीय है कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को बलात्कार के एक मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद हुई हिंसा में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ कर 36 हो गई. हालांकि, हरियाणा में हिंसा की किसी ताजा घटना की कोई खबर नहीं है.