उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ के लोधा थाना क्षेत्र का मामला. गंभीर हालात में कुछ ग्रामीणों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है. अलीगढ़ के ज़िलाधिकारी ने बताया कि घटना की समयबद्ध मजिस्ट्रेटी जांच का आदेश दे दिया गया है. यह जांच अपर जिलाधिकारी स्तर के एक अधिकारी द्वारा की जाएगी.
अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में एक अनुबंधित (लाइसेंसी) दुकान से खरीदी गई कथित नकली शराब पीने से 11 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य गंभीर रूप से बीमार हैं.
अलीगढ़ के जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने पत्रकारों को बताया कि जिले में जहरीली शराब के सेवन से 11 लोगों की मौत हो गई है और कुछ अन्य बीमार हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
उन्होंने कहा कि घटना की समयबद्ध मजिस्ट्रेटी जांच का आदेश दे दिया गया है और यह जांच अपर जिलाधिकारी स्तर के एक अधिकारी द्वारा की जाएगी.
उन्होंने कहा कि जांच में दोषी पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ प्रशासन राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगा सकता है.
इसके पहले अलीगढ़ परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) दीपक कुमार ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि आज सुबह लोधा थाना पुलिस को सूचना मिली कि अलीगढ़-टप्पल राजमार्ग पर यहां से करीब 20 किलोमीटर दूर करसिया गांव में एक ठेके से खरीदी गई देसी शराब पीने से दो लोगों की मौत हो गई है, जिनकी पहचान ट्रक चालकों के रूप में की गई.
उन्होंने बताया कि दोनों चालक अलीगढ़-टप्प्पल राजकीय राजमार्ग पर स्थित एक गैस डिपो में काम के सिलसिले में आए थे. उनके मुताबिक जब तक पुलिस और जिले के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे तब तक सूचना मिली कि करसिया और आसपास के कुछ अन्य गांवों के छह अन्य लोगों ने भी शराब पीने के बाद दम तोड़ दिया है.
उन्होंने कहा कि पुलिस टीमों को इलाके में भेजा गया और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है.
आबकारी विभाग के उपायुक्त डी. शर्मा ने बताया कि गंभीर हालत में पांच ग्रामीणों को दीनदयाल उपाध्याय जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि संबंधित शराब की दुकान को सील कर दिया गया है और परीक्षण के लिए नमूने एकत्र किए गए हैं.
स्थानीय निवासियों के अनुसार, बृहस्पतिवार की शाम कुछ ग्रामीणों के बीमार होने की जानकारी मिली. ग्रामीणों को आशंका है कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि आसपास के गांवों के कई लोगों ने भी शराब का सेवन किया था और उनके बारे में जानकारी अभी स्पष्ट नहीं है.