चार मई के बाद से पेट्रोल के दाम 35 बार और डीज़ल के 33 बार बढ़ाए गए हैं. इस दौरान पेट्रोल 9.46 रुपये प्रति लीटर और डीज़ल 8.63 रुपये प्रति लीटर महंगा हुआ है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मोदी को पत्र लिखकर पेट्रोल और डीज़ल पर कर घटाने का आग्रह किया. वहीं, केरल के कांग्रेस नेता वीडी सतीशन ने केंद्र से कहा कि रोजाना ईंधन के दाम बढ़ाकर नागरिकों को प्रताड़ित करना बंद करे.
नई दिल्ली/कोलकाता/तिरुवनंतपुरम: राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के पास पहुंच गया है. सोमवार को पेट्रोल कीमतों में एक और वृद्धि के बाद राजधानी में भी यह शतक लगाने के करीब है.
सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियों की मूल्य अधिसूचना के अनुसार, पेट्रोल के दाम 35 पैसे प्रति लीटर और बढ़ाए गए हैं. हालांकि, डीजल की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है.
इस मूल्यवृद्धि के बाद दिल्ली में पेट्रोल अपने सर्वकालिक उच्चस्तर 99.86 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है. वहीं डीजल 89.36 रुपये प्रति लीटर पर है. मूल्य वर्धित कर (वैट) और ढुलाई भाड़े की वजह से विभिन्न राज्यों में ईंधन के दाम भिन्न-भिन्न होते हैं.
कोलकाता में भी पेट्रोल का दाम बढ़कर 99.84 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया है. कई अन्य महानगरों में पेट्रोल पहले 100 रुपये प्रति लीटर के पार निकल चुका है.
मुंबई में पेट्रोल 105.92 रुपये प्रति लीटर और चेन्नई में 100.75 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है.
दिल्ली में पेट्रोल के खुदरा दाम में 55 प्रतिशत कर (केंद्र द्वारा लिया जाने वाला 32.90 रुपये प्रति लीटर का उत्पाद शुल्क और राज्य सरकार द्वारा लगाया गया 22.80 रुपये का वैट) का हिस्सा है. वहीं डीजल की कीमतों में करीब 50 प्रतिशत हिस्सा करों (31.80 रुपये उत्पाद शुल्क और 13.04 रुपये वैट) का है.
राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, जम्मू-कश्मीर, ओडिशा, तमिलनाडु, केरल, बिहार, पंजाब, लद्दाख और सिक्कम में पेट्रोल का खुदरा दाम 100 रुपये प्रति लीटर के पार हो गया है.
सबसे अधिक इस्तेमाल वाला ईंधन डीजल राजस्थान, ओडिशा और मध्य प्रदेश में कुछ स्थानों पर 100 रुपये प्रति लीटर के पार हो चुका है.
चार मई से पेट्रोल के दाम 35 बार और डीजल के 33 बार बढ़ाए गए हैं. इस दौरान पेट्रोल 9.46 रुपये प्रति लीटर और डीजल 8.63 रुपये प्रति लीटर महंगा हुआ है.
ममता ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर पेट्रोल, डीजल पर कर घटाने का आग्रह किया
ईंधन की बढ़ती कीमतों को लेकर चिंता जताते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर उनसे पेट्रोल और डीजल पर केंद्र द्वारा लगाए गए करों को कम करने का आग्रह किया ताकि देश में महंगाई को नियंत्रित किया जा सके.
उन्होंने कहा कि मई के बाद से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में आठ बार बढ़ोतरी हुई, जिसमें से छह बार अकेले जून में हुई है. उन्होंने कहा कि ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी से आम लोगों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है और देश में मुद्रास्फीति को सीधे प्रभावित किया है.
बनर्जी ने पत्र में कहा है, ‘मैं आपका ध्यान भारत सरकार की उस नीति की ओर दिलाना चाहती हूं, जिसने देश के आम लोगों को भारी संकट में ला दिया है. चौंकाने वाली बात यह है कि देशभर के कई राज्यों में पेट्रोल की खुदरा कीमत 100 रुपये प्रति लीटर को पार कर गई है.’
उन्होंने कहा, ‘यह मेरा अनुरोध है कि केंद्र द्वारा पेट्रोल और डीजल पर लगाए जाने वाले करों को काफी हद तक कम किया जाए, ताकि लोगों को बहुत जरूरी राहत मिल सके और देश में महंगाई को काबू में लाया जा सके.’
कांग्रेस नेता ने कहा- रोजाना ईंधन के दाम बढ़ाकर नागरिकों को प्रताड़ित करना बंद करे केंद्र
सोमवार को पेट्रोल के दाम में 35 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी समेत ईंधन के रोजाना बढ़ रहे दामों के बीच केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने केंद्र से कहा कि इस तरीके से वह नागरिकों को प्रताड़ित न करे.
उन्होंने कहा कि कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में गिरावट का फायदा केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोलियम पर लगातार अतिरिक्त उत्पाद शुल्क बढ़ाए जाने से लोगों को नहीं मिल पा रहा है.
उन्होंने एक मलयालम समाचार चैनल पर कहा, ‘केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोलियम पर अतिरिक्त उत्पाद शुल्क में लगातार बढ़ोतरी के कारण कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों में गिरावट का फायदा यहां उपभोक्ताओं को नहीं मिल रहा है.’
सतीशन ने कहा, ‘केंद्र सरकार को लोगों को इस तरह प्रताड़ित करना बंद करना चाहिए.’
कांग्रेस नेता ने केरल सरकार से ईंधन सब्सिडी देकर नागरिकों की मदद करने का भी अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी के आधार पर राज्य सरकारों द्वारा ईंधन पर लगाया जाने वाला कर भी बढ़ जाता है.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)