बसपा सुप्रीमो ने कहा, भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है इसलिए उसे देश की जनता को उपदेश देने का कोई अधिकार नहीं.
लखनऊ: बसपा अध्यक्ष मायावती ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भाजपा पर वंदे मातरम का राजनीतिक इस्तेमाल करने का आरोप लगाते हुए सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय गीत के उचित आदर-सम्मान को बरकरार रखा जाना चाहिए.
मायावती ने यहां एक बयान में स्वामी विवेकानंद के शिकागो में दिए गए भाषण के 125 वर्ष के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा युवाओं को संबोधित किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा ने पहले तो चुनावी स्वार्थ की पूर्ति के लिए वंदे मातरम का इस्तेमाल किया और अब इसे एक राजनीतिक नारे के रूप में बदलने का प्रयास किया जा रहा है. यह दुर्भाग्यपूर्ण तथा देश के लिए चिंता की बात है.
उन्होंने राष्ट्रीय गीत के राजनीतिक इस्तेमाल को तत्काल बंद करने की मांग करते हुए कहा कि भाजपा नेताओं और उनकी सरकारों की कथनी और करनी में ज़मीन-आसमान का अंतर होने के कारण उनको देश की जनता को उपदेश देते रहने का कोई अधिकार नहीं रह गया है. देश के करोड़ों युवाओं को रोजगार की ज़रूरत है जो यह सरकार उन्हें लगातार आश्वासनों के बावजूद नहीं दे पा रही है.
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि देश और समाज ख़ासकर सरकारों की अच्छी नीति तथा कर्मों से बनता है. लिहाज़ा, भाजपा नेताओं तथा उनकी सरकारों को अहंकार और जन-विरोधी रवैया त्यागकर सही मायने में जनहित तथा जनकल्याण के लिए काम करना चाहिए.