क्या अमित शाह से टकराने की सज़ा मिली जस्टिस अकील क़ुरैशी को?

वीडियो: मंगलवार को भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमनe ने सुप्रीम कोर्ट की तीन महिला न्यायाधीशों सहित नौ नए न्यायाधीशों को पद की शपथ दिलाई, जिससे सर्वोच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की कुल संख्या 33 हो गई. इतिहास में पहली बार सुप्रीम कोर्ट के नौ जजों ने एक साथ ली. नियुक्तियां विवाद के बिना नहीं रही हैं क्योंकि त्रिपुरा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस अजिल कुरैशी शीर्ष अदालत में पदोन्नति के लिए चुने गए सर्वोच्च न्यायालय के कॉलेजियम में से नहीं थे. यह आश्चर्यजनक था, क्योंकि जस्टिस ए.एस. ओका, जिन्हें ऊपर उठाया गया था. इस मुद्दे पर पूर्व जस्टिस अंजना प्रकाश से आरफा खानम शेरवानी की बातचीत.

/

वीडियो: शीर्ष अदालत की कॉलेजियम द्वारा नौ नामों की सिफ़ारिश के बाद 31 सितंबर को तीन महिला न्यायाधीशों सहित नौ नए न्यायाधीशों को शपथ ली, जिससे सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों की कुल संख्या 33 हो गई. हालांकि उच्च न्यायालयों के न्यायाधीशों की वरिष्ठता सूची में दूसरे नंबर पर होने के बावजूद त्रिपुरा के मुख्य न्यायाधीश अकील क़ुरैशी का नाम इसमें शामिल नहीं किया गया. इस मुद्दे पर पूर्व जस्टिस अंजना प्रकाश से आरफ़ा ख़ानम शेरवानी की बातचीत.