किसानों को ज़मीन खोने का डर, बुलेट ट्रेन परियोजना के ख़िलाफ़ किया प्रदर्शन

प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा, पालघर में छोटे किसान हैं. अगर परियोजना के लिए उनकी ज़मीन का अधिग्रहण हुआ तो वे बर्बाद हो जाएंगे.

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प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा, पालघर में छोटे किसान हैं. अगर परियोजना के लिए उनकी ज़मीन का अधिग्रहण हुआ तो वे बर्बाद हो जाएंगे.

Ahmedabad : Prime Minister Narendra Modi and the Prime Minister of Japan, Shinzo Abe at Ground Breaking ceremony of Mumbai-Ahmedabad High Speed Rail Project, at Ahmedabad, Gujarat on Thursday.PTI Photo/pib (PTI9_14_2017_000040B) *** Local Caption ***
अहमदाबाद में बुलेट ट्रेन परियोजना के उद्घाटन के मौके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ. (फोटो: पीटीआई)

पालघर: महाराष्ट्र के पालघर जिले के बोईसर के किसानों के एक समूह ने आज गुरुवार को अहमदाबाद-मुंबई बुलेट ट्रेन परियोजना के खिलाफ प्रदर्शन किया. उन्हें आशंका है कि इस परियोजना के चलते उन्हें अपनी जमीन से हाथ धोना पड़ सकता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत की यात्रा पर आए जापान के उनके समकक्ष शिंजो आबे ने गुजरात के अहमदाबाद में गुरुवार को इस परियोजना की शुरुआत की.

बोईसर रेलवे स्टेशन के बाहर प्रदर्शन करने वाले किसानों ने कहा कि अगर परियोजना के लिए उनकी खेती वाली जमीन का अधिग्रहण किया गया तो वे बर्बाद हो जाएंगे.

शेतकारी संघर्ष समिति और आदिवासी एकता परिषद द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने काले झंडे दिखाए और परियोजना के खिलाफ नारेबाजी की.

प्रदर्शन में भाग लेने वाले भूमि सेना के कालूराम दूधादे ने कहा, पालघर में मुख्य रूप से छोटे किसान हैं और अगर परियोजना के लिए उनकी जमीन का अधिग्रहण हुआ तो वे बर्बाद हो जाएंगे.

प्रदर्शनकारियों ने यह आरोप भी लगाया कि भाजपा नीत सरकार किसानों से विचार-विमर्श किए बिना परियोजना पर आगे बढ़ रही है. पालघर के डीएसपी मजूनाथ शिंगे ने कहा, यह एक सांकेतिक प्रदर्शन था और कानून-व्यवस्था की कोई दिक्कत नहीं हुई. संपर्क करने पर पालघर के जिलाधिकारी प्रशांत नरनावरे ने बताया कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से किया गया.