नीमाबेन आचार्य बनीं गुजरात विधानसभा की पहली महिला अध्यक्ष

राजेंद्र त्रिवेदी के 16 सितंबर को इस्तीफ़ा देने और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाले नए राज्य मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष का पद ख़ाली हो गया था. विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी इस पद के लिए आचार्य के नामांकन को समर्थ दिया था, जिसके बाद उन्हें निर्विरोध नया अध्यक्ष चुना गया.

नीमाबेन आचार्य. (फोटो साभार: फेसबुक)

राजेंद्र त्रिवेदी के 16 सितंबर को इस्तीफ़ा देने और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व वाले नए राज्य मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष का पद ख़ाली हो गया था. विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी इस पद के लिए आचार्य के नामांकन को समर्थ दिया था, जिसके बाद उन्हें निर्विरोध नया अध्यक्ष चुना गया.

नीमाबेन आचार्य. (फोटो साभार: फेसबुक)

गांधीनगरः भाजपा की वरिष्ठ विधायक नीमाबेन आचार्य सोमवार को गुजरात विधानसभा की पहली महिला अध्यक्ष बनीं.

विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने इस पद के लिए आचार्य के नामांकन को समर्थ दिया, जिसके बाद उन्हें सोमवार से शुरू हुए राज्य विधानसभा के दो दिवसीय मानसून सत्र के पहले दिन निर्विरोध नया अध्यक्ष चुना गया.

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अध्यक्ष पद के लिए उनके नाम का प्रस्ताव रखा और विपक्ष के नेता परेश धनानी ने कांग्रेस की ओर से सहमति दी, जिसके 182 सदस्यीय सदन में 65 विधायक हैं.

मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा, ‘1960 में गुजरात के गठन के बाद राज्य विधानसभा में पहली बार अध्यक्ष कोई महिला हैं. मैं उन्हें पूरे सदन की ओर से बधाई देता हूं.’

नीमाबेन आचार्य ने सदन को आश्वासन दिया कि वह अपनी नई जिम्मेदारी को अपनी पूरी क्षमता से पूरा करने का प्रयास करेंगी.

बता दें कि राजेंद्र त्रिवेदी के 16 सितंबर को इस्तीफा देने और मुख्यमंत्री पटेल के नेतृत्व वाले नए राज्य मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष का पद खाली हो गया था.

त्रिवेदी भाजपा सरकार में राजस्व के साथ-साथ विधायी और संसदीय मामलों के विभागों का प्रभार संभाल रहे हैं.