इस घटना को लेकर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें ये देखा जा सकता है कि कट्टर हिंदुत्ववादी नेता यति नरसिंहानंद की अनुयायी मधु शर्मा मुस्लिम व्यक्ति का बाल पकड़ कर खींच रही हैं और उन्हें थप्पड़ मार रही हैं. धक्का देने का आरोप लगाते हुए उन्होंने व्यक्ति को पैर छूने के लिए मजबूर किया.
नई दिल्ली: हिंदुत्ववादी नेता मधु शर्मा, जिन्हें उनके करीबी मां मधुरा कहते हैं, द्वारा ट्रेन में एक मुस्लिम व्यक्ति को पीटने और जबरदस्ती उनका पैर छून के लिए मजबूर करने का मामला सामना आया है.
उन्होंने आरोप लगाया है कि ट्रेन के कोच में चढ़ते वक्त व्यक्ति ने उन्हें धक्का दिया था.
इस घटना को लेकर एक वीडियो सामने आया है, जिसमें ये देखा जा सकता है कि मधु शर्मा मुस्लिम व्यक्ति का बाल पकड़ कर खींच रही हैं और उन्हें थप्पड़ मार रही हैं.
उन्होंने जान लेने की धमकी देते हुए कहा, ‘मैं तुम्हें मार डालूंगी. पैर छुओ मेरा.’
करीब 41 सेकंड के इस वीडियो में शर्मा ने मुस्लिम व्यक्ति को कई बार थप्पड़ मारा और वीडियो बनाते वक्त उन्हें टोपी पहनने के लिए मजबूर किया. मुस्लिम व्यक्ति द्वारा बस इतना ही सुना जा सकता है, ‘मैंने तो देखा भी नहीं.’
इस वीडियो को मधु शर्मा ने अपने फेसबुक पेज पर बीते सोमवार को डाला था, जिसे दक्षिणपंथी और हिंदुत्ववादी समूहों द्वारा खूब शेयर किया जा रहा है. फेसबुक ने इस वीडियो को ‘संवेदनशील सामग्री’ की श्रेणी में डाला है, लेकिन अभी इसे लेकर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
शर्मा ने इस वीडियो के कैप्शन में लिखा है, ‘परिजनों, आप सबकी ‘मां मधुरा’ एक जिहादी सपोले को यात्रा के दौरान जम कर कूटते हुए, क्योंकि वो गैलेरी से निकलते हुए मां मधुरा के कंधे को ठेस लगाते हुए निकल गया था. बस, फिर क्या था! भुगतना तो था ही उसे.’
मधु शर्मा घोर दक्षिणपंथी और कट्टर हिंदुत्ववादी नेता यति नरसिंहानंद की अनुयायी हैं, जिन्होंने भारत के मुसलमानों को हिंदुओं का ‘जिहादी दुश्मन’ करार दिया है.
द वायर ने अपनी विस्तृत रिपोर्ट्स में बताया था कि किस तरह नरसिंहानंद द्वारा दी गई हेट स्पीच के चलते फरवरी 2020 में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में भयानक दंगे भड़के थे.
नरसिंहानंद और उनके तथाकथित शिष्यों को आए दिन मुस्लिमों के खिलाफ नियमित तौर पर हिंसक और भड़काऊ भाषण देते हुए देखा जा सकता है.
मधु शर्मा कई भाजपा नेताओं जैसे कपिल शर्मा, अश्विनी महाजन और करणी सेना के नेता सूरज पाल अमु के साथ भी देखी गई हैं. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल इन्हें ट्विटर पर फॉलो भी करते हैं.
शर्मा के इस वीडियो को संदीप वशिष्ठ द्वारा भी साझा किया गया है, जो कि एक अन्य दक्षिणपंथी संगठन रुद्र सेना के राष्ट्रीय संयोजक हैं.
उन्होंने लिखा, ‘आज वीरांगना मधु शर्मा (राष्ट्रीय धर्म प्रभारी रुद्रसेना) बहन का वीडियो देखकर मन खुश हो गया. बहुत सुंदर बहन जी, आपके इस साहसिक कार्य के लिए रुद्रसेना परिवार आपकी प्रशंसा करता है और आपके उज्ज्वल भविष्य की कामना सभी रुद्रसैनिक करते है.’
इसे लेकर जब द वायर ने संदीप वशिष्ठ से सवाल किया तो उन्होंने अजीब सी दलील देते हुए कहा, ‘जब मुस्लिम हमारी (हिंदू) बहनों का बलात्कार करते हैं, तो हम यही करेंगे. उन्होंने सही किया है.’
मधु शर्मा पिछले महीने सात सितंबर को रुद्र सेना में शामिल हुई थीं. जब वशिष्ठ से शर्मा से बात करने के लिए उनका नंबर मांगा गया तो उन्होंने कहा, ‘हम बहनों का नंबर नहीं देते.’
इस मामले को लेकर पश्चिम रेलवे के एक मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) के ओएसडी ने द वायर से कहा, ‘चूंकि यह अभी भी स्पष्ट नहीं है कि यह घटना किस ट्रेन में हुई थी और हमें अभी तक वीडियो नहीं मिला है, इसलिए हम इस पर टिप्पणी नहीं कर सकते हैं. यदि आप ट्रेन और उसके स्थान के बारे में जानकारी दे सकें, तो उस विशेष क्षेत्र के अधिकारी इस संबंध में आपकी सहायता कर सकते हैं कि कोई मामला दर्ज किया गया है या नहीं.’
मालूम हो कि नरसिंहानंद और उनके समर्थकों द्वारा आए दिन मुस्लिमों पर इस तरह के हमले किए जा रहे हैं.
इस साल मार्च महीने में गाजियाबाद का डासना मंदिर उस समय विवादों में आया था, जब मंदिर में पानी पीने गए 14 साल के एक मुस्लिम लड़के की वहां काम करने वाले शृंगी नंदन यादव नाम एक शख्स ने क्रूरता से पिटाई की थी. इस शख्स को गिरफ्तार किया गया था. हालांकि, बाद में नरसिंहानंद ने आरोपी का समर्थन किया था.
द वायर ने पहले भी अपनी रिपोर्ट में बताया था कि नरसिंहानंद ने मीडिया संगठनों को एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, जामिया मिलिया इस्लामिया और दारुल उलूम देवबंद जैसे कुछ चुनिंदा शिक्षण संस्थानों के छात्र भारत के संविधान के प्रति सच्ची आस्था और निष्ठा नहीं रख सकते और भारत की संप्रभुता एवं अखंडता को बनाए नहीं रख सकते.
इसके अलावा दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मोहम्मद पैगंबर के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने पर धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में नरसिंहानंद के खिलाफ इस साल अप्रैल में भी मामला दर्ज किया गया था.
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