घटना सेक्टर 37 औद्योगिक इलाके में जेएनजे इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड में हुई. पुलिस ने कंपनी के अधिकारियों के ख़िलाफ़ दर्ज की प्राथमिकी.
गुड़गांव: कंटेनर की सफाई के दौरान अचेत हुए अपने सहकर्मी को बचाने के लिए यहां ऑटो पार्ट निर्माण इकाई के एक भूमिगत पेंट टैंक में भीतर उतरे तीन श्रमिकों की दम घुटने से मौत हो गई.
पुलिस के मुताबिक, बिनेश कुमार को बचाने के लिए राज कुमार, रिंकू और नन्हें टैंक के भीतर उतरे. बचाने उतरे युवकों की मौत हो गई जबकि अस्पताल में उपचार के दौरान बाद में बिनेश कुमार की जान बच गई.
घटना सेक्टर 37 औद्योगिक इलाके में जेएनजे इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड में शनिवार सुबह 10 बजे हुई. उस वक़्त रखरखाव करने वाले कर्मचारी टैंक की सफाई के लिए उसके भीतर गए हुए थे.
कंपनी ने शनिवार को दशहरा पर कर्मचारियों से छुट्टी की घोषणा की थी लेकिन टैंक की सफाई के लिए रखरखाव कर्मचारियों को बुलाया गया था.
बिनेश कुमार ने कहा, ‘मुझे ऑक्सीजन सिलेंडर या मास्क जैसे किसी सुरक्षा उपाय बिना के टैंक के भीतर जाने को कहा गया. जहरीली गैस से दो मिनट में ही दम घुटने लगा और मैं अचेत हो गया. जब होश आया तो ख़ुद को अस्पताल में बिस्तर पर पाया.’
कुमार को नहीं पता कि उनके अचेत होने के बाद क्या हुआ लेकिन बाहर में इंतज़ार कर रहे उनके तीन साथी उन्हें बचाने के लिए गए थे. ये तीनों भी जहरीली गैस की चपेट में आकर बेहोश हो गए.
एक अन्य कर्मचारी विजय ने बताया, दमकल के पहुंचने तक रखरखाव वाले सभी चारों कर्मचारी आधे घंटे तक टैंक के भीतर फंसे रहे.
गुड़गांव पुलिस के पीआरओ रविंद्र कुमार ने कहा कि लापरवाही से मौत के कारण कंपनी के अधिकारियों के ख़िलाफ़ प्राथमिकी दर्ज की गई है. अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है.