सरकारी निरंकुशता को नया हथियार बना रही हैं भाजपा सरकारें: मायावती

बसपा सुप्रीमो ने कहा भाजपा सरकार ने दूरदर्शन और आकाशवाणी को बना दिया 'मोदी वॉयस', निजी मीडिया पर अप्रत्यक्ष नियंत्रण, लेखकों और पत्रकारों को बनाया जा रहा निशाना.

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बसपा अध्यक्ष मायावती. (फाइल फोटो: पीटीआई)

बसपा सुप्रीमो ने कहा भाजपा सरकार ने दूरदर्शन और आकाशवाणी को बना दिया ‘मोदी वॉयस’, निजी मीडिया पर अप्रत्यक्ष नियंत्रण, लेखकों और पत्रकारों को बनाया जा रहा निशाना.

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बसपा सुप्रीमो मायावती. (फोटो: पीटीआई)

लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने आज शुक्रवार को आरोप लगाया कि भाजपा की सरकारें जनाक्रोश दबाने के लिए कानून का अनुचित इस्तेमाल कर रही हैं.

मायावती ने यहां एक बयान में कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की गरीब, किसान व जनविरोधी नीतियों एवं गलत कार्यप्रणाली के विरुद्ध उठने वाले जनाक्रोश को दबाने के लिए भाजपा सरकारें कानून का अनुचित उपयोग कर रही हैं, लोगों पर विभिन्न प्रकार का मुकदमा कायम करके सरकारी निरंकुशता को अपना नया हथियार बना रही हैं, जो सर्वथा अनुचित होने के साथ ही लोकतंत्र की हत्या के प्रयास के समान है.

मायावती ने कहा, भाजपा शासित राज्यों खासकर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड, हरियाणा, गुजरात व राजस्थान में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री पर टिप्पणी करने पर विभिन्न धाराओं में मुकदमे दर्ज करने की नई परंपरा शुरू हो गई है. यह लोकतंत्र का गला घोंटने जैसा है. यह भाजपा सरकार की तानाशाही प्रवृति को प्रमाणित करता है.

उन्होंने कहा कि दक्षिण भारत के मशहूर अभिनेता प्रकाश राज पर मुकदमा व शामली, उत्तर प्रदेश में दलित युवक की इसी संबंध में गिरफ्तारी आदि यह साबित करती है कि भाजपा सरकारें निरंकुश होती जा रही हैं.

बसपा सुप्रीमो ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार ने दूरदर्शन व आकाशवाणी को मोदी वायस बनाकर उसका महत्व समाप्त कर दिया है, जबकि निजी मीडिया चैनलों पर अप्रत्यक्ष नियंत्रण करके उसकी स्वतंत्रता को खत्म करने का प्रयास लगातार जारी है.

उन्होंने कहा कि निष्पक्ष व स्वतंत्र विचार रखने वाले लेखकों, साहित्यकारों व पत्रकारों को अलग-अलग ढंग से निशाना बनाया जा रहा है, जो किसी से छुपा नहीं है.

मायावती ने कहा, कुल मिलाकर यह ऐसी घातक प्रवृति है, जिससे लोकतंत्र को खतरा पैदा हो रहा है. इस संबंध में न्यायपालिका का हस्तक्षेप ज़रूरी मालूम होने लगा है, ताकि प्रत्येक स्तर पर जारी भाजपा की सरकारी निरंकुशता पर अंकुश लगाया जा सके.

उन्होंने कहा कि बीजेपी एंड कंपनी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की संकीर्ण एवं घातक सोच का ही परिणाम है कि समाज के दबे-कुचले लोगों को पहले जातीय व धार्मिक निरंकुशता का शिकार बनाया जाता है और फिर गुजरात में गरबा का कार्यक्रम देखने पर दलित युवक की हत्या कर दी जाती है.

उन्होंने कहा कि खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ाने वालों व अन्य संगीन अपराध करने वाले भाजपाई तत्वों का सात खून माफ कर दिया जाता है, तथा उनको समर्थन व संरक्षण प्रदान करने वाले हर प्रकार के बयान दिए जाते हैं.

बसपा सुप्रीमो ने कहा कि देश में यह दुर्भाग्यपूर्ण व विनाशक प्रवृति बहुत तेज़ी से पनप रही है, जो समाज व देश के लिए अत्यंत घातक है. भाजपा के लोग अपने आपको कानून व संविधान से पर समझाने लगे हैं.

उन्होंने कहा कि भाजपा सरकारों द्वारा जनहित व जनकल्याण की घोर अनदेखी का ही परिणाम है कि इनके मंत्रीगण और नेता जनसेवा को राजधर्म मानकर उस जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी व निष्ठा के साथ निभाने के बजाय अपना समय व सरकारी संसाधन अन्यत्र बर्बाद करते हुए नज़र आते हैं. इनका कोई लाभ गरीबों, किसानों, बेरोजगार युवाओं व देश की आमजनता को नहीं मिलने वाला.

मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में तो अपराध-नियंत्रण व कानून-व्यवस्था की स्थिति इतनी ज्यादा खराब हो गई है कि राज्यपाल को भी अपनी नाराजगी खुले तौर पर ज़ाहिर करने को मजबूर होना पड़ा है.