गुजरात के द्वारका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विकास का सपना सवा सौ करोड़ भारतीयों का है और मैं इसमें रंग भर रहा हूं.
जीएसटी परिषद के फैसलों की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि इन फैसलों से देशवासियों की दिवाली जल्दी आ गई है. इसमें बदलाव कर सिंपल टैक्स को और सिंपल कर दिया गया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार की सुबह प्रसिद्ध द्वारकाधीश मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ अपनी दो दिन की गुजरात यात्रा की शुरूआत की. द्वारका में विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास करने के बाद लोगों को संबोधित करते हुए मोदी जी ने कहा, ‘विकास का सपना सवा सौ करोड़ भारतीयों का है और मैं इसमें रंग भर रहा हूं.’
जीएसटी के संबंध में अहम फैसले लिये गए जिनका हर जगह स्वागत हो रहा है. तीन महीने में मिली जानकारी के आधार पर इसमें बदलाव कर इस सिंपल टैक्स को और सिंपल कर दिया गया है.
द्वारका में लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा आधारभूत संरचनाओं के निर्माण से आर्थिक गतिविधियां बढ़ती हैं और विकास का माहौल बनता है.
उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्र का विकास एकाकी रूप में नहीं हो सकता है, यदि हम गिर के इलाके में अधिक पर्यटकों को आकर्षित करना चाहते हैं तो हमें पर्यटकों को द्वारका जैसे अन्य भागों में भी आने के लिए प्रेरित करना होगा.
मोदी जी ने कहा कि मैं द्वारका के लोगों में काफी अलग माहौल देख रहा हूं. यहां लोगों में काफी उत्साह है. हम जिस पुल का निर्माण करने जा रहे हैं वह सिर्फ द्वारका पहुंचने के लिए पुल नहीं है, यह हमें हमारे इतिहास और संस्कृति से जोड़ता है.
उन्होंने कहा कि हम बंदरगाह और बंदरगाहों के माध्यम से विकास चाहते हैं. समुद्री अर्थव्यवस्था को भारत की प्रगति को आगे लेकर जाना चाहिए.
मोदी ने कहा कि जब सरकार उत्साह से भरी होती है, जब नीतियां अच्छी नियत से तैयार की जाती हैं तब लोग स्वभाविक रूप से व्यापक राष्ट्र हित में समर्थन देते हैं.
उन्होंने कहा कि देश की जनता चाहती है कि विकास का लाभ उन तक पहुंचे, कोई नहीं चाहता कि उनके बच्चे गरीबी में जीवन गुजारें. हम लोगों की आशा-आकांक्षाओं को पूरा करने और गरीबी के खिलाफ उनकी लड़ाई में सहयोग करना चाहते हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया का ध्यान भारत पर केंद्रित है. लोग निवेश के लिए यहां आ रहे हैं. मैं देख रहा हूं कि गुजरात के लोगों ने काफी सक्रियता से देश के विकास में योगदान दिया है.
स्थानीय मछुआरा समुदाय को लक्ष्य करते हुए उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते हैं कि हमारे मछुआरे भाई गरीबी में जीवन गुजारे, हम उनके लिए विकास के अवसर पैदा कर रहे हैं.
चोटिला में ग्रीलफिल्ड हवाई अड्डे का शिलान्यास करते हुए प्रधानमंत्री ने लोगों से सीधा सवाल किया, क्या विकास जरूरी है क्या विकास से जीवन में बदलाव आता है क्या विकास से उनकी संतान का जीवन बदल रहा है लोगों ने इसका जवाब ‘हां’ में दिया.
मोदी ने कहा, ‘गरीब से गरीब आदमी से पूछो जिसके पास घर नहीं है, उनसे पूछो कि क्या घर चाहिए वह कहेगा कि घर चाहिए और अगर किसी को घर देना है, तब यह विकास के जरिए ही संभव है.’
उन्होंने कहा कि पहले जब भाजपा की सरकार नहीं थी तब हैंडपंप लगाना विकास की परिभाषा में आता था. किसी नेता ने किसी मोहल्ले में एक हैंडपंप लगा दिया और फिर दो-तीन चुनाव तक लोगों से इसी आधार पर चुनाव जिताने का आग्रह करता रहता था.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने विकास की परिभाषा बदलने का काम किया है. हम नर्मदा का पानी इस क्षेत्र में पाइपलाइन के जरिये लाए हैं. नर्मदा का पानी इस सूखी धरती को नंदन वन बनाने का काम कर रही है.
इसका सकारात्मक प्रभाव सिर्फ ग्रामीण और कृषि क्षेत्र में ही नहीं हो रहा है बल्कि आने वाले दिनों में नर्मदा के पानी के कारण यह औद्योगिक केंद्र के रूप में उभरेगा, शिक्षा का धाम बनेगा.