राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने ट्वीट कर कहा कि वह अपना इस्तीफा अपने पिता को सौंपेंगे. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं किया कि वे किस पद से इस्तीफ़ा देने का ज़िक्र कर रहे हैं. उनका यह बयान हाल ही में राजद की युवा इकाई के एक नेता द्वारा उन पर कथित दुर्व्यवहार का आरोप लगाने के बाद आया है.
पटना: राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने सोमवार को ‘इस्तीफा’ देने का इरादा जताया. हालांकि, यह स्पष्ट नहीं किया कि वे किस पद से इस्तीफा देने का जिक्र कर रहे हैं.
तेज प्रताप ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर अपने पिता लालू, छोटे भाई तेजस्वी, मां राबड़ी देवी और बहन मीसा भारती के अलावा हरियाणा के कांग्रेस विधायक चिरंजीव राव को टैग करते हुए उक्त घोषणा की. तेजप्रताप की सबसे छोटी बहन की शादी चिरंजीव राव से हुई है.
मैं अपने पिता के नक्शे कदम पर चलने का काम किया । सभी कार्यकर्ताओं को सम्मान दिया जल्द अपने पिता से मिलकर अपना इस्तीफा दूंगा ।@laluprasadrjd @RJDforIndia @yadavtejashwi @RabriDeviRJD @MisaBharti @Chiranjeev_INC
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) April 25, 2022
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘मैं अपने पिता के नक्शे कदम पर चलने का काम किया. सभी कार्यकर्ताओं को सम्मान दिया जल्द अपने पिता से मिलकर अपना इस्तीफा दूंगा.’
बिहार की हसनपुर विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले तेज प्रताप ने ट्वीट कर कहा कि वह अपना इस्तीफा अपने पिता को सौंपेंगे. लालू यादव चारा घोटाले मामले में फिलहाल जेल में हैं.
हालांकि, तेज प्रताप ने यह उल्लेख नहीं किया कि क्या वे पार्टी की सदस्यता छोड़ेंगे या विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देंगे अथवा दोनों से इस्तीफा देंगे?
तेज प्रताप यादव के यह ट्वीट ऐसे समय में सामने आया है, जब राजद की युवा इकाई के एक नेता ने उन पर कथित दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है.
बिहार की राजधानी पटना स्थित राजद मुख्यालय में सोमवार को पार्टी की युवा शाखा के एक पदाधिकारी ने आरोप लगाया कि वह राजद प्रमुख लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव के कथित दुर्व्यवहार के विरोध में इस्तीफा दे रहे हैं.
युवा राजद की नगर इकाई के प्रमुख रामराज यादव ने आरोप लगाया कि तेज प्रताप ने शुक्रवार को उनकी मां राबड़ी देवी के घर के अंदर अपने समर्थकों की मदद से उन्हें निर्वस्त्र किया, पीटा और गाली दी.
पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने शुक्रवार को इफ्तार पार्टी की मेजबानी की थी, जिसमें भारी भीड़ उमड़ी थी.
आगंतुकों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राज्य के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन और लोजपा के पूर्व अध्यक्ष चिराग पासवान के अलावा राजद के शीर्ष पदाधिकारी शामिल थे.
रामराज ने आरोप लगाया, ‘मुझे बंगले के अंदर लगाए गए कई टेंटों में से एक की व्यवस्था देखने का जिम्मा सौंपा गया था. मुझे देखकर तेज प्रताप भड़क गए और एक कमरे के अंदर ले गए जहां उनके समर्थकों ने मेरे कपड़े उतार दिए और मेरे साथ मारपीट की.’
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि तेज प्रताप के समर्थकों ने इस पूरे प्रकरण की वीडियो रिकार्डिंग भी की.
रामराज ने कहा, ‘मैं तेज प्रताप को वीडियो के साथ सार्वजनिक रूप से सामने आने की चुनौती देता हूं, ताकि लोगों को उनका असली चेहरा दिखाई दे.’
रामराज ने आरोप लगाया कि उन्होंने इस मामले को तेजस्वी और राज्य इकाई के अध्यक्ष जगदानंद सिंह के संज्ञान में लाया था.
उन्होंने आरोप लगाया, ‘तेज प्रताप ने मुझे जान से मारने की धमकी दी थी. यहां तक कि उन्होंने आपराधिक पृष्ठभूमि वाले एक पार्टी विधायक का भी नाम लिया था. पार्टी नेतृत्व कार्रवाई के मूड में नहीं दिख रहा इसलिए मैं इस्तीफा दे रहा हूं.’
लालू के छोटे पुत्र और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी ने पत्रकारों द्वारा इस प्रकरण के बारे में पूछे जाने पर कहा कि मामले की जांच की जाएगी.
इस बीच, भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महासचिव और राज्य में पार्टी प्रवक्ता निखिल आनंद, जो स्वयं यादव समुदाय से आते हैं, ने आरोप लगाया, ‘तेजप्रताप को यादवों, जो पढ़े-लिखें हैं और विशेष रूप से पटना जिले के रहने वाले हैं, से पता नहीं क्या दुश्मनी है.’