फिल्म ‘रनवे 34’ में पायलटों के पेशे का चित्रण वास्तविकता से परे है: भारतीय पायलट संघ

भारतीय पायलट संघ ने अजय देवगन की हाल में रिलीज़ हुई फिल्म ‘रनवे 34’ का विरोध करते हुए आरोप लगाया है कि फिल्म में पायलटों के पेशे का चित्रण वास्तविकता से परे है और इससे हवाई सफर करने वाले यात्रियों के मन में आशंकाएं पैदा हो सकती हैं. फिल्म में पायलटों को ग़ैर-ज़िम्मेदाराना व्यवहार करते तथा कॉकपिट में धूम्रपान करते हुए दिखाया गया है.

फिल्म 'रनवे 34' पोस्टर. (फोटो: ट्विटर/@taran_adarsh)

भारतीय पायलट संघ ने अजय देवगन की हाल में रिलीज़ हुई फिल्म ‘रनवे 34’ का विरोध करते हुए आरोप लगाया है कि फिल्म में पायलटों के पेशे का चित्रण वास्तविकता से परे है और इससे हवाई सफर करने वाले यात्रियों के मन में आशंकाएं पैदा हो सकती हैं. फिल्म में पायलटों को ग़ैर-ज़िम्मेदाराना व्यवहार करते तथा कॉकपिट में धूम्रपान करते हुए दिखाया गया है.

फिल्म ‘रनवे 34’ का पोस्टर. (फोटो साभार: ट्विटर)

नई दिल्ली: भारतीय पायलट संघ ने अजय देवगन की हाल में रिलीज हुई फिल्म ‘रनवे 34’ का विरोध करते हुए आरोप लगाया है कि फिल्म में पायलटों के पेशे का चित्रण वास्तविकता से परे है और इससे हवाई सफर करने वाले यात्रियों के मन में आशंकाएं पैदा हो सकती हैं.

इस फिल्म का निर्देशन अजय देवगन ने ही किया है. फिल्म में उन्होंने एक पायलट की भूमिका निभाई है और वह इसमें विमान के कॉकपिट में धूम्रपान करते और एक क्लब में शराब पीते हुए दिखाई देते हैं.

भारतीय पायलट संघ (एफआईपी) ने एक बयान में दावा किया कि फिल्म पायलटों और विमानन उद्योग का सटीक प्रतिनिधित्व नहीं करती है, क्योंकि इसमें पायलटों के पेशे को वास्तविकता से अलग दिखाया गया है.

संघ के अनुसार, पायलटों को गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार करते तथा कॉकपिट में धूम्रपान करते हुए दिखाया गया है.

बयान के अनुसार, पिछले कुछ दिनों के दौरान कई ऐसे पायलट ने फिल्म के प्रचार के लिए अजय देवगन के साथ सहयोग किया है, जिनके इंस्टाग्राम और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर काफी फॉलोअर्स हैं.

करीब पांच हजार पायलटों के अपना सदस्य होने का दावा करते हुए पायलट संघ ने आरोप लगाया कि फिल्म में पायलटों के पेशे का चित्रण वास्तविकता से परे है.

संघ ने कहा, ‘हम सभी मनोरंजन का आनंद लेते हैं और एक फिल्म निर्देशक की कलात्मक क्षमता की सराहना करते हैं. किसी फिल्म की एक रोमांचक कहानी को एयरलाइन पायलटों के असाधारण पेशेवर रवैये के वास्तविक चित्रण के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए, जो पूरी जिम्मेदारी और सुरक्षित रूप से हर दिन हजारों उड़ानों का संचालन करते हैं.’

बयान में कहा गया है कि भारत में 8,000 से अधिक पायलट हैं जो जवाबदेही, प्रशिक्षण और पेशेवर सिद्धांतों के उच्चतम संभव मानकों को अपनाते हैं.

संघ ने कहा, ‘पायलटों जैसे कौशल को शायद ही कभी किसी उद्योग में देखा जाता है. ये मानक हर दिन पैदा होते हैं क्योंकि पायलटों को दुनिया भर में लाखों यात्रियों के जीवन की सुरक्षा और महंगे उपकरणों की जिम्मेदारी के साथ अपना काम करना होता है.’

11 अप्रैल को अजय देवगन ने कहा था कि उनकी टीम ने एक प्रामाणिक फिल्म बनाने का प्रयास किया है और वास्तविक पायलटों और एटीसी (हवाई यातायात नियंत्रण) कर्मचारियों से भी मदद मांगी गई थी.

हालांकि, पायलट संघ ने कहा कि उसका मानना है कि फिल्म में अजय देवगन का चरित्र पायलटों के पेशे का सटीक प्रतिनिधित्व नहीं करता है.

संघ ने कहा, ‘हमारे पायलट हमारे नियोक्ताओं, विमानन नियामक और बड़े पैमाने पर जनता द्वारा हम पर दिखाए गए विश्वास का सम्मान करने की खातिर पेशेवर रुख के उच्चतम मानकों का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.’

‘रनवे 34’ 29 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी. यह फिल्म 2015 की एक सच्ची घटना को चित्रित करने का दावा करती है. फिल्म में अमिताभ बच्चन, रकुल प्रीत सिंह, बोमन ईरानी, अंगिरा धर, आकांक्षा सिंह और कैरी मिनाटी भी अहम भूमिकाओं में हैं.