गुजरात के बोटाद ज़िले में कथित तौर पर ज़हरीली शराब पीने से बीमार करीब 97 लोग अब भी विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं. मामले में पुलिस ने 15 आरोपियों को गिरफ़्तार किया है. राज्य में शराब की बिक्री पर पाबंदी है.
अहमदाबाद: गुजरात के बोटाद जिले में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से जान गंवाने वाले व्यक्तियों की संख्या बढ़कर 42 हो गई है.
गुजरात में शराब की बिक्री पर पाबंदी है.
गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने गांधीनगर में बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि पुलिस 10 दिनों में मामले में आरोप-पत्र दाखिल करेगी और मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा.
उन्होंने कहा, ‘गुजरात के बोटाद जिले में दो दिन पहले अत्यधिक विषैले मिथाइल अल्कोहल से युक्त जहरीली शराब के सेवन से अब तक 42 नागरिकों की मौत हो चुकी है. रसायन प्राप्त करने वाले मुख्य आरोपी समेत लोगों को शराब बेचने वाले 15 प्रमुख आरोपी पहले ही गिरफ्तार किये जा चुके हैं.’
बीते 26 जुलाई को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती नौ लोगों की इलाज के दौरान मौत हो गई.
उन्होंने कहा कि भावनगर, बोटाद और अहमदाबाद के अस्पतालों में अब भी करीब 97 लोग भर्ती हैं. संघवी ने कहा, ‘पुलिस 10 दिनों में मामले में आरोप-पत्र दाखिल करेगी और फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामला चलेगा.’
उन्होंने कहा कि सरकार मामले में एक विशेष लोक अभियोजक भी नियुक्त करेगी.
बोटाद और अहमदाबाद पुलिस ने बीते 26 जुलाई को भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302, 328 और 120-बी के तहत लगभग 20 लोगों के खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज की है. मामले के संबंध में अब तक कम से कम 15 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
एक अधिकारी ने बताया कि वडोदरा ग्रामीण पुलिस ने बुधवार को बोटाद में बरवाला पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर में नामित आरोपी जतुभा राठौड़ को गिरफ्तार कर लिया, जो मामला दर्ज होने के बाद से फरार हो गया था.
जहरीली शराब का यह मामला सोमवार (25 जुलाई) को सुबह तब सामने आया, जब बोटाद के रोजिड गांव और आसपास के अन्य गांवों में रहने वाले कुछ लोगों को उनकी हालत बिगड़ने पर बरवाला क्षेत्र और बोटाद के सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया.
पुलिस ने बताया कि प्राथमिक जांच में सामने आया है कि बोटाद के अलग-अलग गांवों के कुछ छोटे शराब विक्रताओं ने ‘मिथाइल अल्कोहल’ (मेथेनॉल) में पानी मिलाकर नकली शराब बनाई थी, जो बेहद जहरीली होती है. वे 20 रुपये ‘पाउच’ के दाम पर उसे गांव वालों को बेचते थे.
पुलिस के अनुसार, फॉरेंसिक विश्लेषण में पता चला है कि पीड़ितों ने ‘मिथाइल अल्कोहल’ का सेवन किया था.
इस त्रासदी के बाद संघवी ने घोषणा की कि राज्य के गृह विभाग ने राज्य में मिथाइल अल्कोहल के उत्पादन और बिक्री पर नियंत्रण कड़ा करने का फैसला किया है.
राज्य सरकार ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि गुजरात के गृह विभाग ने मामले की विस्तृत जांच के लिए भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के वरिष्ठ अधिकारी सुभाष त्रिवेदी की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय एक समिति का गठन किया है. समिति तीन दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी.
अब तक पुलिस की जांच में सामने आया है कि जयेश उर्फ राजू नामक एक व्यक्ति ने अहमदाबाद में एक गोदाम से 600 लीटर ‘मिथाइल अल्कोहल’ चोरी की थी. राजू उस गोदाम में बतौर प्रबंधक काम करता था. उसने चुराया गया ‘मिथाइल अल्कोहल’ बोटाद में रहने वाले अपने एक रिश्ते के भाई संजय को 25 जुलाई को 40 हजार रुपये में बेच दिया था.
पुलिस ने कहा, ‘यह जानते हुए भी कि यह एक औद्योगिक विलायक (सॉल्वेंट) है, संजय ने बोटाद के विभिन्न गांवों के शराब विक्रताओं को इसे बेचा. इन विक्रेताओं ने इस रसायन को पानी में मिलाकर देशी शराब बताते हुए लोगों को बेचा.’
दो पुलिस अधीक्षकों का तबादला, छह अधिकारी निलंबित
इस बीच बृहस्पतिवार को गुजरात के गृह विभाग ने बोटाद और अहमदाबाद जिलों के पुलिस अधीक्षकों का तबादला कर दिया और छह अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया.
एक अधिकारी ने बताया कि जहरीली शराब पीने के कारण 42 लोगों की मौत होने के बाद यह कार्रवाई की गई है.
अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) राजकुमार ने कहा, ‘हमने बोटाद के पुलिस अधीक्षक करणराज वाघेला और अहमदाबाद के पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र सिंह यादव का तबादला कर दिया है. दो पुलिस उपाधीक्षकों, एक सर्किल पुलिस निरीक्षक, एक पुलिस निरीक्षक और दो सब-इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है.’
निलंबित किए गए पुलिस अधिकारियों में अहमदाबाद के ढोलका मंडल के पुलिस उपाधीक्षक एनवी पटेल, बोटाद के पुलिस उपाधीक्षक एसके त्रिवेदी, अहमदाबाद के धांधुका पुलिस थाने के निरीक्षक केपी जडेजा, धांधुका मंडल के सर्किल पुलिस इंस्पेक्टर एसबी चौधरी और बोटाद के सब-इंस्पेक्टर बीजी वाला और शैलेंद्रसिंह राणा शामिल हैं.
राज्य के गृह विभाग द्वारा जारी निलंबन पत्र में कहा गया है कि इन अधिकारियों को ‘ड्यूटी में लापरवाही बरतने के लिए निलंबित किया गया है, क्योंकि ये अपने-अपने इलाकों में जहरीले रसायन वाली शराब के परिवहन, बिक्री आदि को रोकने में नाकाम रहे.’
इस बीच आम आदमी पार्टी (आप) और युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने गुजरात में पिछले तीन दिनों में 40 से अधिक लोगों की जान लेने वाली शराब त्रासदी को लेकर बुधवार को भाजपा सरकार के खिलाफ अलग-अलग विरोध प्रदर्शन किया और गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी के इस्तीफे की मांग की.
आप की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष गोपाल इटालिया के नेतृत्व में आप कार्यकर्ताओं ने बोटाद नगर में भाजपा कार्यालय के बाहर सरकार के खिलाफ धरना दिया.
युवा कांग्रेस के सदस्यों ने सूरत और जामनगर समेत राज्य के अन्य शहरों में विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने संघवी का पुतला फूंका और त्रासदी पर उनके इस्तीफे की मांग की.
गुजरात प्रदेश युवा कांग्रेस अध्यक्ष विश्वनाथ सिंह वाघेला ने ट्वीट किया, ‘गुजरात युवा कांग्रेस ने (कनिष्ठ) गृह मंत्री हर्ष संघवी का पुतला फूंका और बोटाद जहरीली शराब कांड के संबंध में उनके इस्तीफे की मांग की.’
आप के प्रदेश अध्यक्ष इटालिया ने बोटाद में भाजपा कार्यालय में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया और त्रासदी में मारे गए पीड़ितों के परिवारों के लिए न्याय की मांग की.
आप ने एक बयान में कहा, ‘आप कार्यकर्ताओं ने हर्ष संघवी के इस्तीफे की मांग भी की, जो शराब तस्करों को नियंत्रित करने में विफल रहे हैं. प्रदेश अध्यक्ष इटालिया ने आप कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं के साथ बोटाद में गांधी चिंध्या मार्ग पर विरोध प्रदर्शन किया और विरोध को स्थानीय लोगों का समर्थन मिला.’
विरोध प्रदर्शन आयोजित करने से पहले गोपाल इटालिया रोजिड गांव गए जहां कई लोगों की जान चली गई और शोक संतप्त परिवारों के सदस्यों से मुलाकात की.
स्थानीय निवासियों का हवाला देते हुए इटालिया ने दावा किया कि भाजपा नेता ईमानदार पुलिस अधिकारियों का अक्सर तबादला करवाते हैं.