जल्दबाज़ी में जीएसटी के क्रियान्वयन से हुई अर्थव्यवस्था धीमी: मनमोहन सिंह

पूर्व प्रधानमंत्री ने नोटबंदी के फैसले को ऐतिहासिक भूल बताया. साथ ही वाम दलों से केंद्र सरकार की गलत नीतियों के ख़िलाफ़ लड़ने में कांग्रेस नेतृत्व का साथ देने को कहा.

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पूर्व प्रधानमंत्री ने नोटबंदी के फैसले को ऐतिहासिक भूल बताया. साथ ही वाम दलों से केंद्र सरकार की गलत नीतियों के ख़िलाफ़ लड़ने में कांग्रेस नेतृत्व का साथ देने को कहा.

Ahmedabad: Former prime minister Manmohan Singh addresses a press conference in Ahmedabad on Tuesday. PTI Photo (PTI11_7_2017_000101A)
मनमोहन सिंह (फाइल फोटो: पीटीआई)

कोच्चि: पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने दावा किया कि नोटबंदी के ठीक बाद जीएसटी को जल्दबाजी में लागू करने से अर्थव्यवस्था धीमी पड़ गई. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें फिलहाल अर्थव्यवस्था इस स्थिति से बाहर आते हुए नहीं दिखाई दे रही है.

केरल में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूडीएफ की ओर से आयोजित एक सभा में सिंह ने मोदी सरकार पर निशाना साधा और 1,000 एवं 500 रुपये के नोट चलन से बाहर किए जाने के फैसले को बड़ी, ऐतिहासिक भूल करार दिया. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने जल्दबाजी में जीएसटी लागू कर लोगों पर नया बोझ डाल दिया.

इसके साथ ही सिंह ने देश के वाम दलों का आह्वान किया कि वे केंद्र की भाजपा सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर लड़ने में कांग्रेस नेतृत्व के साथ सहयोग करें.

गौरतलब है कि इससे पहले अहमदाबाद में भी कांग्रेस पार्टी के नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राजग सरकार पर आरोप लगाया कि नोटबंदी और उसके बाद जीएसटी के क्रियान्वयन के उसके तौर तरीकों से देश के कारोबारी समुदाय के मन में कर आतंक का डर बैठ गया है.

उन्होंने कहा कि इस समय देश में निजी निवेश 25 बरस के न्यूनतम स्तर पर है. यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए काफी खराब स्थिति है.