मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, देश में अति आपातकाल लागू है, मैं दो दशक तक सांसद रही लेकिन केंद्र में ऐसी सरकार कभी नहीं देखी.’
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि देश में भाजपा शासन के अधीन लोकतंत्र खतरे में है और उन्होंने विपक्षी दलों से अगले लोकसभा चुनाव से पहले व्यापक जनहित में मिलकर काम करने एवं चलने का आव्हान किया.
उन्होंने राजग सरकार पर उनके राज्य में विकास प्रक्रिया बाधित करने का प्रयास करने का आरोप लगाया. इंडिया टूडे कॉक्लेव में उन्होंने कहा, ‘वर्तमान केंद्र सरकार के अधीन देश में लोकतंत्र खतरे में है. यह अति आपातकाल है जो देश में चल रहा है. मैं करीब दो दशक तक सांसद रही हूं लेकिन मैंने केंद्र में कभी ऐसी सरकार नहीं देखी.’
ममता ने आगे कहा, ‘मैं सामूहिक नेतृत्व में यकीन करती हूं. फिलहाल सभी मिलकर काम कर रहे हैं और वही सर्वश्रेष्ठ नीति है. हम मिलकर काम करें.
उन्होंने कहा कि उनका द्रमुक, सपा, बसपा और बीजद के साथ अच्छा संबंध है और वह विभिन्न मुद्दों पर संसद में कांग्रेस के साथ मिलकर काम कर रही हैं.
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के साथ व्यापक विपक्षी गठबंधन की ओर संकेत तो नहीं कर रहीं तो उन्होंने कहा, ‘बंगाल में कांग्रेस और वामदल राज्यस्तर पर भाजपा के साथ मिलकर काम रहे हैं. लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक हित में मैं समझाती हूं कि हमें मिलकर काम करना चाहिए.’
जब तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो से पूछा गया कि क्या देश 2019 से पहले एक विशाल गठबंधन देखेगा, तो उन्होंने कहा, ‘यह निर्भर करता है. हम संसद में मिलकर काम रहे हैं. मैं पटना में राजद प्रमुख लालू प्रसाद के कार्यक्रम में गयी थी.’
ममता ने कहा, ‘मेरा उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश, बसपा प्रमुख मायावती, द्रमुक के स्टालिन और बीजद के नवीन पटनायक के साथ अच्छा संबंध है. मैं कई अन्य लोगों से भी अच्छा संबंध बनाकर चलती हूं. यहां तक कि मैं भाजपा में भी कुछ लोगों से अच्छा संबंध रखती हूं लेकिन सभी के साथ नहीं.’
उन्होंने कहा कि बंगाल भाजपा की ‘बांटो और राज करो राजनीति’ को कभी स्वीकार नहीं करेगा तथा उन्होंने इस बात को खारिज कर दिया कि भाजपा सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के लिए चुनौती है.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘भाजपा बंगाल में कहीं नहीं है, वह बस मीडिया और सोशल मीडिया में है. वे बस चिल्लाते हैं. भाजपा को बस अपनी बाइक वाहिनी के साथ चिल्लाने दीजिए, वे बंगाल में कुछ नहीं कर सकते.’ भाजपा राज्य में खुद को मुख्य विपक्ष के रूप में स्थापित करने में जुटी है.