गठबंधन के सीट बंटवारे की चर्चा के बीच ममता बनर्जी ने कहा- बंगाल में अकेले चुनाव लड़ेगी टीएमसी

तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के इस ऐलान के बाद पश्चिम बंगाल कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने उन्हें 'अवसरवादी' क़रार दिया है, जबकि भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर निकले राहुल गांधी ने इससे पहले कहा था कि सीट बंटवारे पर चर्चा जारी है.

ममता बनर्जी, राहुल गांधी और अधीर रंजन चौधरी. (फोटो साभार: एक्स)

तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के इस ऐलान के बाद पश्चिम बंगाल कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने उन्हें ‘अवसरवादी’ क़रार दिया है, जबकि भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर निकले राहुल गांधी ने इससे पहले कहा था कि सीट बंटवारे पर चर्चा जारी है.

ममता बनर्जी, राहुल गांधी और अधीर रंजन चौधरी. (फोटो साभार: एक्स)

कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने बुधवार (24 जनवरी) को संवाददाताओं से कहा कि वह लोकसभा चुनाव अकेले ही लड़ेंगी – कम से कम बंगाल में – साथ ही कहा कि कांग्रेस ने उन्हें भारत जोड़ो न्याय यात्रा के बारे में बिल्कुल भी सूचित नहीं किया. ये टिप्पणियां कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा इस बात पर जोर देने के बाद आईं हैं कि सीट-बंटवारे पर चर्चा अभी भी जारी है.

बनर्जी ने कहा, ‘हमने उन्हें प्रस्ताव दिया था और उन्होंने इसे ठुकरा दिया है. तब से हमने फैसला किया है कि हम बंगाल में अकेले ही चुनावी मैदान में उतरेंगे.’

बनर्जी द्वारा आगामी आम चुनाव में अकेले लड़ने का संकेत देने के बाद पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने उन्हें ‘अवसरवादी’ कहा था और घोषणा की कि पार्टी उनके समर्थन के बिना लोकसभा चुनाव में उतरने का इरादा रखती है.

एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए चौधरी ने बंगाल की मुख्यमंत्री की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा, ‘वह हमेशा हवा के रुख के साथ चलने वाली रही हैं. यह 2019 और 2021 जैसा दो तरफा (बाइनरी) मुकाबला बनाने का उनका बहाना है – जिससे उनकी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी को फायदा होगा.’

जहां चौधरी के बयान से टीएमसी और राज्य कांग्रेस के बीच दरार और बढ़ने की उम्मीद है, वहीं राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो न्याय यात्रा के मौके पर मीडिया को संबोधित करते हुए जोर देकर कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए बंगाल में सीट बंटवारे पर बातचीत अभी भी जारी है.

चौधरी के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए गांधी ने कहा, ‘ममता बनर्जी मेरे बहुत करीब हैं. कभी-कभी हमारे नेता कुछ कह देते हैं. ऐसी टिप्पणियां मायने नहीं रखती हैं.’

इस बीच, स्थिति को संभालने के प्रयास में वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने पीटीआई को बताया कि बातचीत अभी भी जारी है. उन्होंने कहा, ‘हम सभी ममता बनर्जी का सम्मान करते हैं, लेकिन कभी-कभी स्पीड ब्रेकर आते रहते हैं, कभी-कभी लंबी यात्रा में स्पीड ब्रेकर आते हैं, लेकिन हम चर्चा के जरिये रास्ता खोज लेंगे. ममता बनर्जी की प्राथमिकता भाजपा को हराना है और इसी इरादे से ‘भारत जोड़ो नया यात्रा’ कल पश्चिम बंगाल के कूच बिहार में प्रवेश करेगी.’

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि टीएमसी सुप्रीमो और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के राज्य सचिव दोनों को इस सप्ताह पश्चिम बंगाल से गुजरने वाली यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया है.

द वायर  से बात करते हुए सीपीआई (एम) के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने कहा, ‘हम पूरे दिल से न्याय यात्रा का समर्थन करेंगे. हाल ही में संपन्न हुई डीवाईएफआई इंसाफ यात्रा का उद्देश्य न्याय लाना है.’

हालांकि, सलीम ने कहा कि अगर टीएमसी यात्रा में भाग लेती है तो सीपीआई (एम) यात्रा में शामिल नहीं होगी. उन्होंने कहा, ‘वे अन्याय का प्रतीक हैं. आख़िरकार, यह तृणमूल कांग्रेस ही है जिसने बंगाल में भाजपा के लिए राज्य में सौहार्द बिगाड़ने का मार्ग प्रशस्त किया. भाजपा और तृणमूल कांग्रेस दोनों ही अन्याय के प्रतीक हैं.’

भारत जोड़ो न्याय यात्रा गुरुवार (25 जनवरी) को कूच बिहार के रास्ते पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने वाली है. सोमवार को कूच बिहार शहर में राहुल गांधी के स्वागत के लिए लगाए गए द्वार और कट-आउट को तोड़ दिया गया.

कूचबिहार जिला कांग्रेस नेता शिब शंकर सरकार ने कहा, ‘राहुल गांधी के दौरे को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता उत्साहित हैं. कूचबिहार शहर में दो बड़े द्वार बनाए गए थे. हमारी तैयारी पूरी थी, लेकिन वह सब ध्वस्त कर दिया गया. हमने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है.’

(इस रिपोर्ट को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.)