केंद्र ने दिल्ली सरकार को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया. दिल्ली सरकार ने घटना की जांच के आदेश दिए.
नई दिल्ली: एक चौंकाने वाली घटना में राजधानी के एक नामी निजी अस्पताल ने समय से पहले पैदा हुए दो जुड़वां बच्चों को कथित तौर पर मृत घोषित कर दिया और पॉलिथीन बैग में उन्हें उनके अभिभावकों को सौंप दिया. लेकिन जब शिशुओं को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया रहा था, उस दौरान पता लगा कि उनमें से एक जीवित है.
जुड़वां शिशुओं का नई दिल्ली के शालीमार बाग स्थित मैक्स अस्पताल में बृहस्पतिवार सुबह जन्म हुआ. महिला को पश्चिम विहार के एक नर्सिंग होम से यहां अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
परिवार ने पुलिस से संपर्क कर शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस ने बताया, बृहस्पतिवार को हमें शालीमार बाग थाने में एक फोन कॉल मिला. फोल करने वाले कहा कि आशीष नामक एक व्यक्ति की पत्नी वर्षा को समय से पूर्व प्रसव की संभावना को देखते हुए पश्चिम विहार के एक नर्सिंग होम से मैक्स अस्पताल रेफर किया गया.
पुलिस के अनुसार, महिला को 28 नवंबर को वहां भर्ती कराया गया था. डॉक्टरों ने परिवार को बताया कि उसकी हालत गंभीर है और जुड़वां शिशुओं के बचने के आसार कम हैं, क्योंकि महिला छह महीने की गर्भवती थीं.
बाद में, परिवार को सूचित किया गया कि दोनों शिशु मृत हैं. परिवार को दोनों शिशु एक पॉलिथीन बैग में सौंप दिए गए.
शिशुओं के पिता ने कहा कि उन्होंने पैकेट में हलचल देखी. जब पैकेट फाड़ा गया तो देखा कि एक शिशु सांस ले रहा है. उसे तुरंत ही पीतमपुरा में एक नर्सिंग होम ले जाया गया.
मैक्स अस्पताल ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि यह हमारे संज्ञान में लाया गया है कि समय से पूर्व पैदा एक नवजात शिशु (22 सप्ताह) को मैक्स अस्पताल शालीमार बाग द्वारा अभिभावकों को सौंप दिया गया. शिशु एक नर्सिंग होम में जीवन रक्षक प्रणाली पर है.
इसमें कहा गया है कि शिशु का जन्म 30 नवंबर को हुआ था. दूसरा शिशु मृत था. हम इस दुर्लभ घटना से चकित और चिंतित हैं.
बयान में कहा गया है कि एक विस्तृत जांच शुरू की गई है और जांच जारी रहने तक संबंधित डॉक्टर को तुरंत अवकाश पर जाने को कहा गया है. वे अभिभावकों के साथ लगातार संपर्क में हैं और सभी जरूरी मदद मुहैया करा रहे हैं.
केंद्र ने दिल्ली सरकार से गौर करने को कहा
केंद्र ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार से कहा कि वह इस मामले में तुरंत गौर करे. दिल्ली सरकार ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं.
स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने संवाददाताओं से कहा, यह काफी दुर्भाग्यपूर्ण है. मैंने दिल्ली सरकार को मामले पर गौर करने और आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.
दिल्ली सरकार ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और तीन दिनों के अंदर प्रारंभिक रिपोर्ट मांगी है.
दिल्ली सरकार ने अपने आदेश में कहा है, उक्त घटना की जांच होगी और 72 घंटे के अंदर प्रारंभिक रिपोर्ट सौंपी जाएगी और एक हफ्ते में अंतिम रिपोर्ट सौंपी जानी है.