सामूहिक बलात्कार के बाद ज़िंदा जलाई गई नाबालिग की इलाज के दौरान मौत

मध्य प्रदेश में 12 साल तक की लड़कियों के साथ बलात्कार या सामूहिक बलात्कार के दोषियों को फांसी की सज़ा देने के प्रावधान वाला संशोधन विधेयक पास होने के बाद पहली घटना.

सागर जिला, मध्य प्रदेश (फोटो: गूगल मैप)

मध्य प्रदेश में 12 साल तक की लड़कियों के साथ बलात्कार या सामूहिक बलात्कार के दोषियों को फांसी की सज़ा देने के प्रावधान वाला संशोधन विधेयक पास होने के बाद पहली घटना.

सागर जिला, मध्य प्रदेश (फोटो: गूगल मैप)
सागर जिला, मध्य प्रदेश (फोटो: गूगल मैप)

सागर: मध्य प्रदेश के सागर जिले में सामूहिक बलात्कार के बाद कथित रूप से जिंदा जलाई गई 15 वर्षीय लड़की की गुरुवार को इलाज के दौरान मौत हो गई. पीड़िता गंभीर रूप से झुलस गई थी. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में सात दिन से उसका इलाज चला था.

बता दें कि गत चार दिसंबर को ही 12 साल की आयु तक की बालिकाओं के साथ बलात्कार या सामूहिक बलात्कार करने के दोषियों को फांसी की सजा देने के प्रावधान वाला संशोधन विधेयक सर्वसम्मति से मध्य प्रदेश विधानसभा में पारित किया गया है. विधेयक के पारित होने के बाद प्रदेश में सामूहिक बलात्कार के बाद मौत की पहली घटना है.

समाचार एजेंसी पीटीआई/भाषा से बातचीत में जिला पुलिस अधीक्षक एस. शुक्ला ने बताया कि पीड़ित नाबालिग बालिका की बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान गुरुवार को मौत हो गई.

उन्होंने आगे बताया कि सामूहिक बलात्कार की घटना के 24 घंटे के अंदर ही दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था. दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. अब आरोपियों के खिलाफ लगाई गई धारा में तब्दीली की जा रही है.

उन्होंने यह भी बताया कि जिला मुख्यालय से लगभग 100 किलोमीटर दूर एक गांव में आठवीं कक्षा में पढ़ने वाली 15 वर्षीय लड़की 7 दिसंबर की रात अपने घर में सो रही थी, तभी सर्वेश सेन (21) और उसका एक नाबालिग साथी लड़की के घर में घुस गए और उसके साथ कथित रूप से बलात्कार किया.

दुष्कर्म करने के बाद वहां से भागने से पहले दोनों आरोपियों ने पीड़िता पर केरोसिन डालकर उसे जिंदा जलाने की भी कोशिश की. इससे बालिका लगभग 80 प्रतिशत तक जल गई थी.

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना के वक्त बालिका घर के भीतर सो रही थी, जबकि उसके वृद्ध दादा घर के बाहर सो रहे थे. बालिका की मां अपने रिश्तेदार से मिलने गांव के बाहर गई हुई थी और बच्ची के पिता की कुछ साल पहले मौत हो चुकी है.

इस बीच मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की आलोचना करते हुए कहा कि प्रदेश में लड़कियां असुरक्षित हैं और कानून एवं व्यवस्था की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है.

ऐसे में सामूहिक बलात्कार पीड़ित बालिका की मौत के दिन मुख्यमंत्री भाजपा महिला मोर्चा से अपना सम्मान करवा रहे हैं.

इससे पहले गुरुवार को मध्य प्रदेश में 12 साल की आयु तक बालिकाओं से बलात्कार और सामूहिक बलात्कार के दोषियों को फांसी की सजा देने के प्रावधान वाला संशोधन विधेयक लाने के लिए भाजपा महिला मोर्चो द्वारा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भोपाल में सम्मान किया गया.