हिंदूवादी संगठन ने स्कूलों को दी क्रिसमस न मनाने की हिदायत, कहा मनाने पर भुगतने होंगे परिणाम

धमकी पर पैरेंट्स एसोसिएशन के संयोजक ने कहा कि बच्चों को विभिन्न धर्मों की जानकारी देने में स्कूलों की महत्वपूर्ण भूमिका है. ऐसे में हिंदू जागरण मंच की धमकी चिंतनीय.

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धमकी पर पैरेंट्स एसोसिएशन के संयोजक ने कहा कि बच्चों को विभिन्न धर्मों की जानकारी देने में स्कूलों की महत्वपूर्ण भूमिका है. ऐसे में हिंदू जागरण मंच की धमकी चिंतनीय.

Christmas At School PTI
फाइल फोटो: पीटीआई

अलीगढ़: एक हिंदूवादी संगठन ने अलीगढ़ के विभिन्न स्कूलों को पत्र जारी करके क्रिसमस नहीं मनाने की हिदायत देते हुए कहा है कि अगर उसकी बात नहीं मानी गई, तो परिणाम के लिए स्कूल ही जिम्मेदार होंगे.

हिंदू जागरण मंच के नगर अध्यक्ष सोनू सविता ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा कि क्रिसमस पश्चिमी सभ्यता को बढ़ावा देने वाला पर्व है. संगठन ने जिले के सभी विद्यालयों खासकर मिशनरी स्कूलों को भेजे गए पत्र में क्रिसमस नहीं मनाने की हिदायत देते हुए चेतावनी दी है कि अगर इसे माना गया तो परिणाम के लिए संबंधित स्कूल ही जिम्मेदार होगा.

पब्लिक स्कूल डेवलपमेंट सोसाइटी के अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल ने मंच के फरमान पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि स्कूलों में सभी धर्मों के त्योहार मनाए जाते हैं. इससे छात्र-छात्राओं को देश के जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाने में मदद मिलती है.

पैरेंट्स एसोसिएशन के संयोजक अनुराग गुप्ता ने भी कहा कि बच्चों को विभिन्न धर्मों के बारे में जानकारी दिलाने में स्कूलों की महत्वपूर्ण भूमिका है. ऐसे में हिंदू जागरण मंच की धमकी चिंतनीय है.

इस बीच वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश पाण्डेय ने कहा कि जिला प्रशासन किसी को भी स्कूलों में क्रिसमस मनाने से रोकने की इजाजत नहीं देगी. उन्होंने सभी स्कूलों के प्रबंधन को क्रिसमस पर पूर्ण सुरक्षा उपलब्ध कराने का अश्वाशन दिया है.

हिंदूवादी संगठन की धमकी के बाद जिला पुलिस प्रमुखों को निर्देश जारी किया.

हिंदूवादी संगठन द्वारा अलीगढ़ के सभी स्कूलों को क्रिसमस ना मनाने देने की धमकी दिए जाने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को सभी जिला पुलिस प्रमुखों को ऐसी हरकत करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए.

अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था आनंद कुमार ने बताया कि अलीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक समेत सभी जिला पुलिस प्रमुखों को निर्देश दिए गए हैं कि वे ऐसी धमकी देने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करें.

उन्होंने यह भी कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता एक संवैधानिक अधिकार है और पुलिस प्रशासन इसकी रक्षा के लिए समुचित कदम उठाएगी.