गुजरात राज्यसभा चुनाव के वक्त कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामने वाले 6 में से 5 विधायकों को भाजपा ने मैदान में उतारा, लेकिन एक को छोड़ सभी कांग्रेस उम्मीदवारों से हार गए.
नई दिल्ली: गुजरात विधानसभा चुनाव के नतीजे लगभग सामने आ गए हैं. सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा ने बहुमत का आंकड़ा पार करते हुए 99 सीट पर जीत दर्ज की है. वहीं कांग्रेस गठबंधन को कुल 80 सीटें मिली हैं.
जून महीने में हुए राज्यसभा के चुनाव के वक़्त कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामने वाले 5 में से 4 उम्मीदवार चुनाव हार गए हैं. शंकरसिंह वाघेला के इस्तीफे के बाद 6 विधायक कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा के साथ हो गए थे, लेकिन उनमें से केवल पांच लोगों ने ही भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा.
पूर्व कांग्रेस व्हिप प्रमुख राम सिंह परमार जो कि थसरा से विधायक थे. कांग्रेस छोड़ भाजपा का दमन थामने के बाद उन्हें सत्तारूढ़ पार्टी ने उम्मीदवार बनाया लेकिन वे कांग्रेस के प्रतिद्वंद्वी कांतीभाई परमार से साथ हजार वोटों से हार गए.
वीरगाम से डॉ तेजश्रीबेन पटेल भी कांग्रेस उम्मीदवार भरवाड़ लाखाभाई से साथ हजार वोट से हार गईं. तेजश्री 2012 में इसी सीट से कांग्रेस से जीती थीं, लेकिन राज्यसभा चुनाव के समय भाजपा का दामन थाम लिया था.
बालासिनोर से मानसिंह चौहान ने भी राज्यसभा चुनाव के वक़्त भाजपा का दामन थाम लिया था. चौहान कांग्रेस उम्मीदवार अजीत सिंह चौहान से लगभग आठ हजार वोटों से हार गए हैं.
कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामने वाले राघवजी पटेल भी कांग्रेस उम्मीदवार वल्लभभाई धारविया से लगभग 6 हजार वोटों से हार गए हैं.
गोधरा से कांग्रेस से 2012 का चुनाव जीतने वाले सीके रॉलजी ने भी राज्यसभा चुनाव के वक़्त भाजपा का दामन थाम लिया था. रॉलजी ने कांग्रेस उम्मीदवार राजेन्द्र सिंह परमार को 258 वोटों से हरा दिया है.
कांग्रेस के दिग्गज नेता अहमद पटेल तो राज्यसभा पहुंच गए, लेकिन उनके रस्ते के रोड़ा बनने वाले एक को छोड़ सभी विधायक 2017 विधानसभा चुनाव में हार गए. कांग्रेस से भाजपा का दामन थामने वाले 5 में से 4 विधायकों के लिए नतीजों में सिर्फ निराशा हाथ लगी है.