कुलभूषण जाधव से उनकी मां को मातृभाषा में बात करने से रोका गया: भारत

विदेश मंत्रालय ने कहा कि सुरक्षा एहतियात की आड़ में जाधव के परिवार के सदस्यों की सांस्कृतिक और धार्मिक संवेदनाओं का ध्यान नहीं रखा गया.

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इस्लामाबाद स्थित विदेश मंत्रालय के कार्यालय में कुलभूषण जाधव के साथ उनकी मां और पत्नी. (फोटो साभार: ट्विटर/@ForeignOfficePk)

विदेश मंत्रालय ने कहा कि सुरक्षा एहतियात की आड़ में जाधव के परिवार के सदस्यों की सांस्कृतिक और धार्मिक संवेदनाओं का ध्यान नहीं रखा गया. मुलाकात से पहले परिवार से मंगलसूत्र, चूड़ी-बिंदी हटाने और परिधान बदलने को कहा गया.

इस्लामाबाद स्थित विदेश मंत्रालय के कार्यालय में कुलभूषण जाधव के साथ उनकी मां और पत्नी. (फोटो साभार: ट्विटर/@ForeignOfficePk)
इस्लामाबाद स्थित विदेश मंत्रालय के कार्यालय में कुलभूषण जाधव के साथ उनकी मां और पत्नी. (फोटो साभार: ट्विटर/@ForeignOfficePk)

नई दिल्ली: भारत ने मंगलवार को कहा कि कुलभूषण जाधव और उनके परिवार के साथ जिस प्रकार से पाकिस्तान ने मुलाकात का आयोजन किया, उसको लेकर भारत को अफसोस है. उसने इस बात पर ज़ोर दिया कि पाकिस्तान ने इस बारे में आपसी समझ की भावना का उल्लंघन किया. भारत ने जाधव के स्वास्थ्य के बारे में भी सवाल उठाया.

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के कार्यालय में भारी सुरक्षा के बीच जाधव की उनकी मां और पत्नी के साथ मुलाकात के एक दिन बाद विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘इस बैठक के बारे में हमें प्राप्त जानकारी के मुताबिक, ऐसा लगता है कि जाधव काफी तनाव में थे और भारी दबाव के माहौल में बोल रहे थे.’

विदेश मंत्रालय ने कहा कि जाधव की टिप्पणी का अधिकांश भाग स्पष्ट रूप से तैयार करके दी गई लग रही थी और इसे पाकिस्तान में उनकी कथित गतिविधियों की गलत तस्वीर पेश करने के हिसाब से तैयार की गई थी.

मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि जाधव को देखने से उनके स्वास्थ्य एवं कुशलक्षेम को लेकर सवाल उठते हैं. विदेश मंत्रालय ने कहा कि बैठक से पहले दोनों देश राजनयिक माध्यमों के साथ संपर्क में थे ताकि इसकी रूपरेखा और प्रारूप तैयार किया जा सके.

इसमें कहा गया है कि दोनों पक्षों के बीच स्पष्ट रूप से सहमति थी और भारतीय पक्ष ने निष्ठापूर्वक अपनी सभी प्रतिबद्धताओं को पूरा किया.

विदेश मंत्रालय ने कहा कि हालांकि हमें इस बात का अफसोस है कि पाकिस्तानी पक्ष ने इस मुलाकात का आयोजन जिस प्रकार से कराया, वह स्पष्ट रूप से हमारी आपसी समझ की भावना का उल्लंघन है.

मंत्रालय ने यह भी आरोप लगाया कि सुरक्षा एहतियात की आड़ में जाधव के परिवार के सदस्यों की सांस्कृतिक और धार्मिक संवेदनाओं का ध्यान नहीं रखा गया. इसमें मंगलसूत्र, चूड़ी और बिंदी हटाने के साथ परिधान बदलने का कार्य शामिल है जिसकी सुरक्षा के लिहाज़ से कोई ज़रूरत नहीं थी.

इस्लामाबाद स्थित विदेश मंत्रालय के कार्यालय में कुलभूषण जाधव के साथ उनकी मां और पत्नी. (फोटो साभार: ट्विटर/@ForeignOfficePk)
इस्लामाबाद स्थित विदेश मंत्रालय के कार्यालय में कुलभूषण जाधव के साथ उनकी मां और पत्नी. (फोटो साभार: ट्विटर/@ForeignOfficePk)

मंत्रालय ने कहा कि जाधव की मां को उनकी मातृभाषा में बात करने से रोका गया जबकि यह संवाद का नैसर्गिक माध्यम था. उन्हें ऐसा करने से बार-बार टोका गया.

इसमें कहा गया है कि जिस प्रकार से मुलाकात का आयोजन किया गया और उसके बाद की घटनाएं, स्पष्ट तौर पर जाधव से जुड़ी कथित गतिविधियों की गलत तस्वीर पेश करने का प्रयास है.

उल्लेखनीय है कि पाकिस्तानी जेल में कथित रूप से जासूसी के मामले में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के साथ इस्लामाबाद में विदेश मंत्रालय में उनकी पत्नी और मां ने सोमवार को मुलाकात की थी, लेकिन उनके बीच कांच की एक दीवार थी.

इस मुलाकात के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने अभी कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है.

पिछले साल मार्च में गिरफ्तारी के बाद से जाधव की उनसे यह पहली मुलाकात है. करीब 40 मिनट की यह मुलाकात भारी सुरक्षा वाले विदेश मंत्रालय की इमारत में हुई.

हेग स्थित अंतरराष्ट्रीय अदालत ने मई में पाकिस्तान से जाधव को सुनाई गई मौत की सज़ा पर रोक लगाने के लिए कहा था.

जाधव के परिवार ने सुषमा स्वराज से मुलाकात की

कुलभूषण जाधव के परिवार ने मंगलवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की. एक दिन पहले ही कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी ने इस्लामाबाद में जाधव से मुलाकात की थी. सूत्रों ने बताया कि जाधव की मां और पत्नी ने मंगलवार को सुषमा स्वराज से उनके आवास पर जाकर भेंट की. इस दौरान मंत्रालय के अधिकारी मौजूद थे.