बाबा साहब आंबेडकर के पोते ने भाजपा पर साधा निशाना. कहा- यह सरकार दोबारा आई तो हम जो बात कर रहे हैं, यह करने का अधिकार भी छीन लिया जाएगा.
भोपाल: संविधान निर्माता डॉ. बीआर आंबेडकर के पोते और दलित वर्ग के नेता प्रकाश आंबेडकर ने धर्म की राजनीति करने वालों को आगाह करते हुए कहा कि धर्म की राजनीति जब बेकाबू होती है तो वह बेलगाम हो जाती है और इसलिए इसे रोका जाना जरूरी है.
पिछड़े वर्ग के नेता और मध्य प्रदेश की सतना लोकसभा सीट से सांसद रहे दिवंगत सुखलाल कुशवाह की जयंती के मौके पर शुक्रवार को यहां आयोजित पिछड़े वर्ग की आमसभा को संबोधित करते हुए आंबेडकर ने कहा, धर्म की राजनीति जब बेकाबू होती है तो वह बेलगाम हो जाती है. इनको रोका नहीं गया तो हिंदुओं में भी कई हाफिज सईद पैदा होंगे.
उन्होंने कहा, धर्म के नाम पर जो ये नई व्यवस्था हो रही है ये हिटलरशाही है. आंबेडकर ने पिछड़े वर्ग के लोगों से अपने वोट की ताकत पहचानने का आह्वान करते हुए कहा कि पिछड़े वर्ग के लोगों को अपना वोट चुनाव में केवल पिछड़े, आदिवासी और दलित वर्ग के उम्मीदवार को देकर सत्तासूत्र अपने हाथ में लेना होगा.
उन्होंने कहा कि समाज को लोकतांत्रिक बनाने की जिम्मेदारी हमारी है. इसके लिए ओबीसी की छोटी-छोटी जातियों को मान सम्मान देना होगा. यह सम्मान की लड़ाई है और सम्मान के साथ सत्ता भी मिलती है.
उन्होंने केंद्र की भाजपा नीत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, यह सरकार दोबारा आई तो हम जो यह बात करते हैं, यह बात करने का अधिकार भी छीन लिया जाएगा. इसलिए अपने अधिकार बरकरार रखने और संविधान की रक्षा के लिए हमें लड़ना होगा.
मंच पर जनता दलयू पूर्व अध्यक्ष शरद यादव और मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव की मौजूदगी में आंबेडकर ने कांग्रेस पार्टी से पिछड़े वर्ग के प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित करने का आग्रह करते हुए कहा कि यदि कांग्रेस ऐसा नहीं करती है तो हमको अपना रास्ता अपनाना होगा.