सर्वे के अनुसार, वैश्विक स्तर पर पहली बार मीडिया सबसे कम भरोसेमंद संस्थान बना. भरोसे में सर्वाधिक कमी के मामले में अमेरिका अव्वल रहा.
दावोस (स्विट्ज़रलैंड): भारत इस साल भी सरकार, कारोबार, स्वयंसेवी संगठन तथा मीडिया के मामले में सबसे भरोसेमंद देशों में बना हुआ है लेकिन पिछले साल की तुलना में भरोसे में काफी गिरावट आई है. एक सर्वेक्षण में यह बात कही गई.
विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की सालाना शिखर बैठक के ठीक पहले साल 2018 में प्रकाशित यह सर्वेक्षण जनसंपर्क और सलाहकार संस्था एडलमैन ट्रस्ट बैरोमीटर की ओर से जारी किया गया है.
सर्वेक्षण में कहा गया है कि इन चारों क्षेत्रों में वैश्विक स्तर पर लोगों का भरोसा पिछले साल की तुलना में लगभग अपरिवर्तित रहा है. सर्वेक्षण में शामिल 28 देशों में 20 ग़ैर-भरोसेमंद श्रेणी में रहे हैं. यह पिछले साल की तुलना में एक ज़्यादा है.
सर्वेक्षण के अनुसार, चीन जनता के बीच जानकारी तथा आम जनसंख्या दोनों श्रेणियों में भरोसा सूचकांक में क्रमश: 83 और 74 के अंक के साथ शीर्ष पर रहा है.
भारत क्रमश: 77 और 68 के अंक के साथ तीसरे स्थान पर रहा है. दूसरा स्थान इंडोनेशिया को मिला है.
रिपोर्ट के अनुसार, ‘चीन का भरोसा सूचकांक स्कोर भारत, संयुक्त अरब अमीरात, इंडोनेशिया और सिंगापुर के साथ लगभग मिलता-जुलता रहा है जबकि पश्चिमी देश मुख्यत: ग़ैर-भरोसेमंद देशों की सूची में रहे हैं.’
सर्वेक्षण के अनुसार, भारत उन छह देशों में शामिल रहा है जिसका भरोसा सूचकांक पिछले एक साल के दौरान सर्वाधिक गिरा है. भरोसे में सर्वाधिक कमी के मामले में अमेरिका अव्वल रहा है.
अमेरिका के भरोसा सूचकांक में 37 अंकों की गिरावट हुई है. इसके बाद इटली के भरोसा सूचकांक में 21 अंकों, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका में 17-17 अंकों तथा भारत और कोलंबिया में 13-13 अंकों की गिरावट हुई है.
सर्वेक्षण के अनुसार वैश्विक स्तर पर पहली बार मीडिया सबसे कम भरोसेमंद संस्थान बना है. 28 में से 22 देशों में मीडिया को ग़ैर-भरोसेमंद माना गया है.
इसमें कहा गया कि कनाडा, स्विट्ज़रलैंड, स्वीडन और ऑस्ट्रेलिया में मुख्यालय वाली कंपनियों को सबसे अधिक भरोसेमंद माना गया है. कंपनियों के मामले मैक्सिको, भारत, ब्राज़ील, चीन और अमेरिका सबसे कम भरोसेमंद देश रहे हैं.