सीएम आवास पहुंची पुलिस, आप ने कहा- पुलिसराज में दिल्ली में लोकतंत्र की हत्या

केजरीवाल ने कहा, ‘खूब सारी पुलिस मेरे घर भेजी है. मेरे घर की छानबीन चल रही है. बहुत अच्छी बात है. पर जज लोया के क़त्ल के मामले में अमित शाह से पूछताछ कब होगी?’

/

केजरीवाल ने कहा, ‘ख़ूब सारी पुलिस मेरे घर भेजी है. मेरे घर की छानबीन चल रही है. बहुत अच्छी बात है. पर जज लोया के क़त्ल के मामले में अमित शाह से पूछताछ कब होगी?’

Arvind Kejriwal PTi(फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश पर आप विधायकों के कथित हमले के मामले में सबूत जुटाने के लिए दिल्ली पुलिस की एक टीम शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी के सिविल लाइंस इलाके में स्थित मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पहुंची.

उत्तरी दिल्ली के अतिरिक्त डीसीपी हरींद्र सिंह ने बताया, ‘दिल्ली के मुख्य सचिव पर कथित हमला मामले में सीसीटीवी फुटेज समेत तमाम सुबूत जुटाने के लिए पुलिस की एक टीम को मुख्यमंत्री आवास भेजा गया है.’

इस पर प्रतिक्रिया देते हुए केजरीवाल ने कहा, ‘खूब सारी पुलिस मेरे घर भेजी है. मेरे घर की छानबीन चल रही है. बहुत अच्छी बात है. पर जज लोया के क़त्ल के मामले में अमित शाह से पूछताछ कब होगी?’

केजरीवाल ने कहा कि उनके मंत्रिमंडल ने इस मामले में उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात का समय मांगा है. एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली में ये सारी सेवाएं उपराज्यपाल के अंतर्गत आती हैं, इसलिए मंत्रिमंडल उनसे अनुरोध करेगा कि वह सभी नौकरशाहों को आप सरकार के साथ काम करने का निर्देश दें.

गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्य सचिव पर आप विधायकों द्वारा कथित हमला मामले में जांच चल रही है. दिल्ली सरकार के प्रवक्ता अरुणोदय प्रकाश के अनुसार करीब 60-70 पुलिसकर्मियों ने मुख्यमंत्री आवास में प्रवेश किया.

प्रकाश ने ट्विटर पर लिखा, ‘मुख्यमंत्री आवास को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया. बिना किसी सूचना के बड़ी तादाद में पुलिसकर्मी मुख्यमंत्री आवास में घुस आए. पुलिसराज ने दिल्ली में लोकतंत्र की हत्या कर दी. मुख्यमंत्री आवास के अंदर पुलिस चारों ओर फैल गई. अगर वे एक निर्वाचित मुख्यमंत्री के साथ ऐसा कर सकते हैं तो सोचिए वे गरीब लोगों के साथ क्या कर सकते हैं?’

उन्होंने ट्वीट किया, ‘लोकतंत्र में एक न्यूनतम शिष्टाचार है. हर नागरिक को संविधान के तहत अधिकार प्राप्त है. यह उस मुख्यमंत्री को अपमानित करने का प्रयास है जो गरीबों एवं समाज के आखिरी व्यक्ति तक के लिए बिना थके काम कर रहे हैं.’

सोमवार रात केजरीवाल के आवास पर एक बैठक के दौरान दिल्ली के मुख्य सचिव पर कथित हमला मामले में बुधवार को पुलिस ने देवली से आप विधायक प्रकाश जरवाल और ओखला से आप विधायक अमानतुल्ला खान को गिरफ्तार किया था.

आप ने कहा, पुलिस के दबाव में मुख्यमंत्री के सहयोगी ने बदला अपना बयान

वहीं, आप की ओर से आरोप लगाया गया कि मुख्य सचिव अंशु प्रकाश पर कथित हमला मामले में दिल्ली पुलिस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सलाहकार वीके जैन पर बयान बदलने का दबाव बनाया है.

आप के कुछ विधायकों पर प्रकाश के साथ हाथापाई करने का आरोप है. आप के वरिष्ठ नेता आशुतोष और संजय सिंह ने दावा किया कि यह दिल्ली में आप सरकार को अस्थिर करने की एक चाल है.

दिल्ली के मंत्री इमरान हुसैन एवं दिल्ली डायलॉग आयोग के उपाध्यक्ष अशीष खेतान पर हमला मामले में सबूत दिए जाने और इसकी शिकायत किए जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाते हुए आशुतोष ने उप राज्यपाल अनिल बैजल पर निशाना साधा और उन्हें भाजपा का एजेंट करार दिया.

सोमवार रात सिविल लाइंस इलाके में स्थित केजरीवाल के आवास पर जब आप विधायकों ने कथित तौर पर प्रकाश पर हमला किया तब जैन वहां मौजूद थे.

संजय सिंह ने कहा कि पुलिस को दिए अपने पहले बयान में उन्होंने कहा था कि कथित हाथापाई की घटना के वक्त वह शौचालय में थे और उन्हें नहीं पता कि उस वक्त कमरे में क्या हुआ.

सिंह ने कहा, ‘हालांकि पुलिस ने बताया कि जैन ने कल दावा किया कि जब वह शौचालय से लौटे तो उन्होंने देखा कि मुख्य सचिव अंशु प्रकाश अपना चश्मा ढूंढ रहे थे. यह सब संभावित हमले की ओर इशारा करता है. आखिर जैन ने एक ही दिन में अपना रुख क्यों बदल दिया? किसके दबाव में उन्हें मजबूरन अपना बयान बदलना पड़ा?’

उन्होंने दावा किया कि दिल्ली पुलिस जैन को साथ ले गई थी और उन पर अपना बयान बदलने का दबाव डाला.

उन्होंने कहा, ‘यह कैसे हो सकता है कि जब उन्हीं जैन ने जोर देकर कहा था कि जिस समय वह वहां मौजूद थे, उस दौरान उन्होंने कोई हमला नहीं देखा और अब वह कुछ और दावा कर रहे हैं?’

इन आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली पुलिस के विशेष सीपी एवं मुख्य प्रवक्ता दीपेंद्र पाठक ने कहा कि विभाग केवल नियमों और कानून का पालन कर रहा है.

पाठक ने कहा, ‘उचित प्रक्रिया के तहत सबसे पहले पुलिस ने बयान दर्ज किए और फिर अदालत के समक्ष बयान दर्ज किए गए.’

आशुतोष ने कहा कि प्रकाश की मेडिको-लीगल केस रिपोर्ट में कहा गया है कि हमला रात 12 बजे हुआ, लेकिन सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में वह रात साढ़े 11 बजे केजरीवाल के आवास से जाते दिखाई दे रहे हैं.