बिहार में शराबबंदी क़ानून तोड़ने के मामले में एक लाख से ज़्यादा लोग गिरफ़्तार

बिहार विधान परिषद में मद्य निषेध और उत्पाद मंत्री ने बताया कि इस संबंध में अब तक एक लाख 21 हज़ार 586 लोगों को गिरफ़्तार किया गया, जिनमें से एक लाख 21 हज़ार 542 व्यक्ति जेल भेजे गए.

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बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार. (फोटो साभार: फेसबुक)

बिहार विधान परिषद में मद्य निषेध और उत्पाद मंत्री ने बताया कि इस संबंध में अब तक एक लाख 21 हज़ार 586 लोगों को गिरफ़्तार किया गया, जिनमें से एक लाख 21 हज़ार 542 व्यक्ति जेल भेजे गए.

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार. (फोटो साभार: फेसबुक)
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार. (फोटो साभार: फेसबुक)

पटना: बिहार में एक अप्रैल 2016 में पूर्ण शराबबंदी लागू होने के साथ इसको लेकर बनाए गए क़ानून को तोड़ने के मामले में एक लाख से ज़्यादा लोगों को अब तक गिरफ़्तार किया गया है.

विधान परिषद में बीते गुरुवार को भाजपा सदस्य दिलीप कुमार जायसवाल द्वारा पूछे गए एक तारांकित प्रश्न का उत्तर देते हुए मद्य निषेध एवं उत्पाद मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा शराबबंदी से लेकर गत छह मार्च तक लगभग 6.5 लाख छापेमारी के दौरान दो लाख से अधिक लीटर अवैध शराब ज़ब्त की गई.

उन्होंने बताया कि शराबबंदी क़ानून का उल्लंघन करने के मामले में अब तक एक लाख 21 हज़ार 586 लोगों को गिरफ़्तार किया गया, जिनमें से एक लाख 21 हज़ार 542 व्यक्ति जेल भेजे गए.

यादव ने बताया कि इस दौरान 16.4 लाख लीटर अवैध विदेशी शराब 8.23 लाख लीटर देशी शराब ज़ब्त की गयी.

उन्होंने बताया कि इस इस अवधि के दौरान 11939.7 लीटर बीयर, 37911.7 लीटर ताड़ी भी ज़ब्त की गई.

यादव ने बताया कि शराबबंदी के तहत की गयी छापेमारी में 2.1 लाख रुपये मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग तथा 4.4 लाख रुपये पुलिस द्वारा छापेमारी की गई.

उन्होंने बताया कि मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग ने 44,000 मामले दर्ज़ किए जबकि पुलिस ने करीब 57,000 मामले दर्ज किए.