दिनाकरण ने अपनी नई पार्टी अम्मा मक्कल मुन्नेत्र कड़गम के झंडे का भी अनावरण किया, जिसमें दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता की तस्वीर है.
मदुरै: अन्नाद्रमुक के बागी नेता टीटीवी दिनाकरण ने गुरुवार को नई पार्टी बना ली. पार्टी का नाम दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता के नाम पर अम्मा मक्कल मुन्नेत्र कड़गम (एएमएमके) रखा गया है.
पार्टी के कई असंतुष्ट कार्यकर्ताओं और नेताओं का समर्थन पाने वाले दिनाकरण ने कहा कि नया दल राज्य में सत्ता हासिल करेगा.
इस दौरान उन्होंने अपनी पार्टी के झंडे का अनावरण किया, जिसके बीच में जयललिता की मुस्कुराती हुई तस्वीर है. झंडा का ऊपरी हिस्सा काला और निचला छोर लाल है और बीच में सफेद रंग है.
मदुरै के पास एक स्थान पर अपने संक्षिप्त संबोधन में दिनाकरण ने बिना नाम के सांगठनिक कार्य को बढ़ाने में पार्टी कार्यकर्ताओं को हुई परेशानी को याद किया.
उन्होंने कहा कि इस मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय का दरवाज़ा खटखटाया गया, जिसने निर्वाचन आयोग को प्रेशर कूकर चिह्न उन्हें आवंटित करने के निर्देश दिए.
दिनाकरण ने पिछले साल दिसंबर में चेन्नई की आरके नगर विधानसभा सीट से इसी चिह्न पर बड़े अंतर से उपचुनाव जीता था.
पार्टी मुखपत्र डॉ. नामाधू एमजीआर ने बीते बुधवार को पार्टी शब्द का इस्तेमाल करने से परहेज किया और इसकी जगह नई तंजीम का संदर्भ देने के लिए संगठन शब्द का इस्तेमाल किया.
पार्टी दैनिक के मुताबिक, दिनाकरण ने कहा कि संगठन का नाम, झंडा, चिह्न अम्मा द्वारा विकसित किए गए अन्नाद्रमुक और दो पत्तियों के चिह्न को वापस हासिल करने तक ज़रूरी था.
पूर्व मंत्री वी. सेंतिल और पी. पलानीअप्पन और एस अन्बझगन, जैसे वरिष्ठ नेता तथा अयोग्य ठहराए गए विधायक और दिनाकरण के वफ़ादार नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम में शिरकत की. इनमें पी. वेट्रिवल और थंगा तमिल सेलवन भी शामिल थे.
बैठक में आए नेताओं ने मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी नीत सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि इसमें विश्वासघाती लोग शामिल हैं.
अपनी पार्टी के गठन के मौके पर दिनाकरण का शक्ति प्रदर्शन
अन्नाद्रमुक की दिवंगत नेता जे. जयललिता के नाम पर अपनी पार्टी का नाम रखने का ऐलान करने वाले टीटीवी दिनाकरण ने गुरुवार को शक्ति प्रदर्शन भी किया और हजारों कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में अपनी पार्टी के झंडे का अनावरण किया.
इस दौरान उन्होंने कहा कि एएमएमके राज्य की सत्ता पर काबिज होगी. वहीं पूरे उत्साह में नजर आ रहे कार्यकर्ताओं ने दिनाकरण को तमिलनाडु का अगला मुख्यमंत्री क़रार दिया.
अन्नाद्रमुक में दरकिनार कर दिए गए दिनाकरण को कई असंतुष्ट पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं का समर्थन प्राप्त है. समर्थकों की भारी भीड़ के बीच वह यहां पहुंचे. पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने उन्हें पारंपरिक पूर्णकुंभम भेंट किया.
पूर्णकुंभम को सम्मान का प्रतीक माना जाता है. इसमें एक परंपरागत कलश में आम के पल्लव होते हैं और एक नारियल होता है.
सड़कों पर दिनाकरण के बड़े- बड़े पोस्टर और बैनर लगाए गए थे जिन पर उन्हें ‘भविष्य का मुख्यमंत्री’ क़रार दिया गया था.
अन्नाद्रमुक के संस्थापक एमजी रामचंद्रन (एमजीआर), जयललिता, दिग्गज द्रविड़ नेता सीएन अन्नादुरै और जेल में बंद वीके शशिकला के भी बड़े-बड़े पोस्टर लगाए गए थे.
कार्यक्रम स्थल के पीछे के हिस्से को हरे रंग से रंग दिया गया था जो जयललिता का पसंदीदा रंग था.