कर्नाटक में भाजपा के ख़िलाफ़ सबसे मजबूत उम्मीदवार का समर्थन करेगी माकपा

माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि पार्टी ने कर्नाटक में भाजपा और सांप्रदायिक ताकतों को हराने के लिए ऐसा फ़ैसला लिया है.

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माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि पार्टी ने कर्नाटक में भाजपा और सांप्रदायिक ताकतों को हराने के लिए ऐसा फ़ैसला लिया है.

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(फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: माकपा ने कर्नाटक के आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा को शिकस्त देने में सक्षम सबसे मजबूत उम्मीदवार का समर्थन करने का फैसला किया है. साथ ही, पार्टी ने 18 से 19 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारने का भी फैसला किया है.

माकपा की केंद्रीय कमेटी की दो दिवसीय बैठक के बाद पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि पार्टी ने चुनावी राज्य में भाजपा और सांप्रदायिक ताकतों को हराने के लिए खुला आह्वान करने का फैसला किया है.

उन्होंने कहा, ‘इन चुनावों में माकपा का मुख्य उद्देश्य भाजपा को हराना है. हमने उन सबसे मजबूत उम्मीदवारों का समर्थन करने का फैसला किया है, जो भाजपा को हराने की स्थिति में होंगे.’

येचुरी ने कहा कि माकपा कर्नाटक में वाम मोर्चा के तहत चुनाव लड़ेगी. इसने अपने उम्मीदवारों के बारे में फैसला किया है और प्रदेश कमेटी अंतिम सूची के बारे में घोषणा करेगी.

कांग्रेस के साथ कोई चुनावी तालमेल या गठबंधन के सवाल पर माकपा में गहन चर्चा होने के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है.

मीडियाकर्मियों के एक सवाल के जवाब में माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य प्रकाश करात ने कहा, ‘हम जिन सीटों पर नहीं लड़ेंगे, वहां अपने प्रचार में किसी पार्टी का नाम नहीं लेंगे. कर्नाटक में भाजपा को हराने के लिए हम एक खुला आह्वान करेंगे.’

पार्टी में मौजूद एक सूत्र के मुताबिक ऐसा लगता है कि करात ने कांग्रेस सहित अन्य पार्टियों के उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार करने के बारे में अपना रुख नरम कर लिया है.

वाम दल ने सीबीएसई प्रश्न पत्र लीक को लेकर भी चिंता जताई और कहा कि देश में शिक्षा से संबद्ध समूचा संस्थागत तंत्र खतरे में आ गया है.