ब्रिटेन में स्थानीय टैक्सी चालकों पर हो रही कार्रवाई को ‘ऑपरेशन इंडिया’ नाम देना नस्लीय भेदभाव से प्रेरित बताया जा रहा है.
ब्रिटेन की नगरपालिका ने बदमाश टैक्सी चालकों के खिलाफ शुरू की कार्रवाई को ‘ऑपरेशन इंडिया’ जैसा नस्लीय नाम देकर विवाद पैदा कर दिया है. ब्रिटेन के बर्मिंघमशायर के मिल्टन में शुरू किया गया यह अभियान टैक्सी लाइसेंस देने वाले अधिकारियों और पुलिस द्वारा संयुक्त रूप से चलाया जा रहा है.
मिल्टन केंस सिटीजन अखबार के अनुसार पार्षद मुहम्मद खान का कहना है, ‘इस नाम पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए, इस पर लोग आक्रोशित होंगे और साथ ही इस से जातीय अल्पसंख्यकों को लेकर अच्छा संदेश नहीं जाता.’
टैक्सी चालकों का पक्ष लेते हुए उन्होंने कहा, ‘यह मूल रूप से सभी भारतीय टैक्सी चालकों को दोषी ठहरा रहा है जबकि ये अच्छे परिश्रमी लोग हैं जो हर समय काम करते हैं ताकि लोग सुरक्षित अपने घर पहुंच सकें.
मिल्टन में 12 वर्ष तक काम कर चुके एक टैक्सी मालिक का कहना है, ‘मुझे इस बात से कोई दिक्कत नहीं है कि पुलिस एवं परिषद यह जांच कर रहे हैं कि हमारी टैक्सियां वैध एवं सुरक्षित हैं लेकिन अभियान के नाम के लिए ‘भारत’ शब्द का इस्तेमाल करना नस्लीय रूप से असंवेदनशील है और इसे वापस लेना चाहिए. उनका इस शब्द इस्तेमाल करना यह मानने जैसा है कि सारे अपराधी टैक्सी चालक भारतीय हैं.’
पार्षद और टैक्सी चालक समुदाय ने इस योजना को तो गलत नहीं माना है पर इस तरह नाम रखने को नस्लीय भेदभाव से प्रेरित और असंवेदनशील बताया है.