‘रिसॉर्ट के मालिक ने भी सरकार बनाने का दावा करते हुए कहा है कि उसके पास 117 विधायक हैं’

कर्नाटक मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान जस्टिस एके सीकरी ने सोशल मीडिया पर चल रहे एक मजाक़ का ज़िक्र किया जिसमें एक रिसॉर्ट के मालिक, जहां कांग्रेस-जेडीएस के विधायक रुके हैं, ने भी सरकार बनाने का दावा करते हुए कहा है कि उसके पास 117 विधायक हैं.

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Hyderabad: Media surrounds the bus as Karnataka Congress and JD(S) MLAs arrive at Taj Krishna Hotel, in Hyderabad, on Friday. (PTI Photo) (PTI5_18_2018_000183B)
Hyderabad: Media surrounds the bus as Karnataka Congress and JD(S) MLAs arrive at Taj Krishna Hotel, in Hyderabad, on Friday. (PTI Photo) (PTI5_18_2018_000183B)

कर्नाटक मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान जस्टिस एके सीकरी ने सोशल मीडिया पर चल रहे एक मजाक़ का ज़िक्र किया जिसमें एक रिसॉर्ट के मालिक, जहां कांग्रेस-जेडीएस के विधायक रुके हैं, ने भी सरकार बनाने का दावा करते हुए कहा है कि उसके पास 117 विधायक हैं.

Hyderabad: Media surrounds the bus as Karnataka Congress and JD(S) MLAs arrive at Taj Krishna Hotel, in Hyderabad, on Friday. (PTI Photo) (PTI5_18_2018_000183B)
हैदराबाद के ताजकृष्णा होटल पहुंचे कर्नाटक के कांग्रेस और जेडीएस विधायक (फोटो: पीटीआई)

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट में कर्नाटक प्रकरण पर सुनवाई के दौरान व्याप्त तनावपूर्ण माहौल में उस समय जोरदार ठहाके लगे जब न्यायमूर्ति एके सीकरी ने सोशल मीडिया पर चल रहे एक मजाक का जिक्र किया जिसमें एक रिसॉर्ट के मालिक, जहां कांग्रेस-जेडीएस के विधायक रुके हैं, ने भी सरकार बनाने का दावा करते हुए कहा है कि उसके पास 117 विधायक हैं.

न्यायमूर्ति सीकरी द्वारा सोशल मीडिया के इस मजाक का जिक्र करते ही उनके न्यायालय में उपस्थित वकीलों , पत्रकारों और दर्शक दीर्घा में उपस्थित लोगों की हंसी छूट गई. न्यायमर्ति एके सीकरी, न्यायमूर्ति एसए बोबडे और न्यायमूर्ति अशोक भूषण की तीन सदस्यीय विशेष खंडपीठ कर्नाटक के घटनाक्रम में राज्यपाल के फैसले के खिलाफ कांग्रेस-जेडीएस की याचिका पर सुनवाई कर रही थी.

न्यायमूर्ति सिकरी ने यह किस्सा उस समय सुनाया जब कर्नाटक के मुख्यमंत्री की ओर से पूर्व अटार्नी जनरल मुकुल रोहतगी पूरी तन्मयता के साथ बहस कर रहे थे. उनका कहना था कि सदन में शक्ति परीक्षण के लिए पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए क्योंकि विधायकों को राज्य के अलग-अलग हिस्सों से बेंगलुरु पहुंचना होगा.

इस मामले में सुनवाई के दौरान मुख्यमंत्री की ओर से मुकुल रोहतगी और कांगेस-जेडीएस की ओर से अभिषेक मनु सिंघवी, कपिल सिब्बल और पी चिदंबरम मोर्चा संभाले थे और दोनों ही पक्ष अपने अपने तरीके से दलीलें पेश कर रहे थे.

न्यायमूर्ति सीकरी निश्चित ही बेंगलुरू के ईगलटोन रिसार्ट में कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों के ठहरे होने का जिक्र कर रहे थे.