एक महीने में छठी बार उत्तर प्रदेश पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, हिंदुस्तान को बनाने में उद्योगपतियों की भी अहम भूमिका है उन्हें अपमानित करना पूर्णतया ग़लत है. कुछ लोग उद्योगपतियों के साथ फोटो खिंचाने से डरते हैं.
लखनऊ/नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि हिंदुस्तान को बनाने में उद्योगपतियों की भी अहम भूमिका है अत: उन्हें चोर, लुटेरा कहना या अपमानित करना पूर्णतया गलत है.
उन्होंने कहा, ‘हम उन लोगों में से नहीं हैं, जो कारोबारियों के साथ खड़े होने या फोटो खिंचवाने से डरते हैं. वरना ऐसे भी लोग हैं जिनकी उद्योगपतियों के साथ तस्वीरें तो नहीं हैं, लेकिन ऐसा कोई उद्योगपति नहीं, जिसने उनके घर पर साष्टांग दंडवत न किया हो. जिन लोगों की नीयत साफ नहीं होती, वे पर्दे के पीछे कारोबारियों से मिलते हैं.’
वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार कुछ पूंजीपतियों के हितों के लिए काम कर रही है.
गौरतलब है कि उद्योग जगत के लोगों की कथित आलोचना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की आलोचना की थी. कांग्रेस के संगठन महासचिव अशोक गहलोत ने ट्वीट कर कहा, ‘मोदी सरकार जनता के कल्याण के लिए काम नहीं कर रही है, बल्कि कुछ पूंजीपतियों के हित में काम कर रही है.’
पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने भी प्रधानमंत्री पर निशाना साधा और कहा, ‘उद्योगपतियों के साथ खड़ा होना अच्छी बात है लेकिन साथ खड़े होकर केवल दो लोगों के हितों और पार्टी की आमदनी बढ़ाने का ख्याल करना नहीं, बल्कि देश और युवा के भविष्य के बारे में भी सोचना जरूरी है.’
गौरतलब है कि विपक्षी दलों द्वारा अक्सर देश के बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने के आरोपों का सामना करने वाले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘अगर हिंदुस्तान को बनाने में एक किसान, एक कारीगर, एक बैंकर फाइनेंसर, सरकारी मुलाजिम और मजदूर की मेहनत काम करती है तो वैसे ही देश के उद्योगपतियों की भी भूमिका होती है. हम उनको अपमानित करेंगे, चोर लुटेरा कहेंगे, ये कौन सा तरीका है.’
प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लगभग 60,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के शिलान्यास के लिए आये थे.
उन्होंने यहां ‘ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी (औद्योगिक निवेश का शुभारंभ)’ के मौके पर कहा, ‘ऐसे भी लोग हैं, जिनकी उद्योगपतियों के साथ तस्वीरें तो नहीं हैं, पहले पर्दे के पीछे बहुत कुछ होता था. देश में कोई भी ऐसा उद्योगपति नहीं होगा जो सरकार के सामने जाकर दंडवत ना होता हो.’
साथ ही हल्के फुल्के अंदाज में उन्होंने कहा, ‘अमर सिंह बैठे हुए हैं. सारी हिस्ट्री निकाल देंगे.’ कार्यक्रम में सपा के पूर्वनेता अमर सिंह भी मौजूद थे.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘लेकिन जब नीयत साफ हो, इरादे नेक हों तो किसी के साथ खडे होने से दाग नहीं लगते. महात्मा गांधी का जीवन जितना पवित्र था, उनको बिडला के परिवार में जाकर रहने में कभी संकोच नहीं हुआ क्योंकि उनकी नीयत साफ थी.’
उन्होंने कहा कि पब्लिक में नही मिलने और पर्दे के पीछे सब कुछ करने वाले लोग डरते है. मोदी ने साथ ही चेताया, ‘हां जो गलत करेगा, उसे या तो देश छोड़ना पड़ेगा या जेलों में जिंदगी गुजारनी पड़ेगी.’
इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘वह कहते रहते हैं कि वह ऐसा भारत देखना चाहते हैं जो संपन्न, सक्षम और विचारशील हो, जहां गांवों और शहरों, केंद्र तथा राज्यों, मजदूरी तथा आय, प्रशासन एवं नागरिकों में दूरी न हो.’
केंद्र सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए उन्होंने कहा कि पिछले तीन साल में घरों में लगाए गए एलईडी बल्ब के जरिये बिजली के बिल में से 50,000 करोड़ रुपये बचाए गए हैं.
उन्होंने कहा कि इस राशि पर अगर वह छूट के रूप में देते तो हर जगह ‘वाह-वाह मोदी’ की चर्चा होती. उन्होंने कहा कि फाइबर (केबल) बिछाना हो या इंटरनेट सेवाओं के लिए आईटी सेंटरों की स्थापना, डिजिटल ढांचे को नई दिशा और राज्य की नई गति मिलेगी.
उन्होंने कहा कि देश इस वक्त दुनिया में मोबाइल निर्माण का हब बनता जा रहा है और उत्तर प्रदेश इस क्रांति में सबसे आगे है. उन्होंने बताया कि राज्य में 50 से भी अधिक मोबाइल निर्माता कंपनियां काम कर रही हैं और विश्व की सबसे बड़ी मोबाइल निर्माता इकाई भी यहां है. भारत इस समय मोबाइल बनाने में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है.
प्रधानमंत्री ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में 60 हजार करोड रुपये की 81 परियोजनाओं का शिलान्यास किया. उन्होंने इतने बड़े निवेश की परियोजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम के साथ साथ अधिकारियों को बधाई दी.
मोदी ने कहा कि प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना बहुत संकोच से कह रहे थे कि 60 हजार करोड रुपये का निवेश हुआ है. यह ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी नहीं रिकॉर्ड ब्रेकिंग सेरेमनी है. उन्होंने कहा कि इतने कम समय में प्रक्रिया को सरल कर इतना बड़ा निवेश करना बड़ी बात है.
उन्होंने कहा, ‘मैं भी बहुत लंबे अरसे तक मुख्यमंत्री रहा हूं. औद्योगिक गतिविधियों से जुड़ा रहा हूं. यह निवेश कम नहीं है. यूपी इन्वेस्टर्स समिट के पांच महीने बाद ही इतना बड़ा निवेश होना बड़ा काम है. 60 हजार करोड रुपये को कम न समझें. हम एक ऐसी व्यवस्था खड़ी करना चाहते हैं जहां किसी प्रकार के भेदभाव की गुंजाइश ना हो.’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि प्रक्रियाओं में गति भी दिखे और संवेदनशीलता भी, न अपना, न पराया, न छोटा, न बड़ा, सबके साथ समान व्यवहार, ‘सबका साथ, सबका विकास’.
उन्होंने कहा, ‘मैंने उत्तर प्रदेश की 22 करोड जनता को वचन दिया था कि उनके प्यार को ब्याज समेत लौटाऊंगा. यहां जो परियोजनाएं शुरु हो रही हैं वह उसी वचनबद्धता का हिस्सा हैं. ये परियोजनाएं उत्तर प्रदेश में आर्थिक और औद्योगिक असंतुलन को दूर करने में भी सहायक होंगी.’
समारोह को उद्योगपति कुमार मंगलम बिडला,गौतम अडानी, सुभाष चंद्रा, संजय पुरी, यूसुफ अली, बीआर शेट्टी आदि ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर प्रदेश के उद्योगों पर दस मिनट की एक फिल्म भी दिखाई गई.
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)