राज्य के कुल 14 ज़िलों में आठ ज़िलों में रेड अलर्ट जारी. राज्य की लगभग सभी 40 नदियां उफान पर हैं.
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तिरुवनंतपुरम: केरल के आधे से ज़्यादा हिस्से में भीषण बाढ़ के कारण बांध, जलाशय और नदियां लबालब भरी हुई हैं. कई जगहों पर राजमार्ग ध्वस्त हो गए हैं और अनेक घर पानी में बह गए हैं.
पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण करीब 54,000 लोग बेघर हो गए हैं और कम से कम 29 लोगों की मौत हुई है.
बाढ़ से अत्यधिक प्रभावित राज्य के कुल 14 ज़िलों में से सात उत्तरी ज़िलों में थल सेना की पांच टुकड़ियां तैनात की गई हैं ताकि लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाने और अस्थायी पुलों के निर्माण में मदद मिले.
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने राज्य के 14 जिलों में से आठ इडुक्की, वयनाड,मलप्पुरम, कोझिकोड, पालक्काड़, कोट्टायम और अलाप्पुझा में रेड अलर्ट जारी किया है.
पेरियार नदी में जलस्तर बढ़ने के बाद भारतीय नौसेना की दक्षिणी कमान को अलर्ट पर रखा गया है. आशंका है कि कोच्चि स्थित वेलिंगडन द्वीप के कुछ हिस्से पूरी तरह जलमग्न हो सकते हैं.
अधिकारियों ने बताया कि राज्य की लगभग सभी 40 नदियां उफान पर हैं.
केरल के अलुवा में भारी बारिश का दृश्य. (फोटो: पीटीआई)
बीते आठ अगस्त से ही हो रही भारी मानसूनी बारिश के कारण उत्तरी एवं मध्य केरल अत्यधिक प्रभावित हैं. बारिश के कारण कुल 29 लोगों की मौत हुई है जिनमें तीन की मौत बीते शुक्रवार को हुई.
इनमें से 25 की मौत भूस्खलन में हुई तथा चार की मौत डूबने से हुई. केरल के अधिकारियों ने बताया कि राज्य के 439 राहत शिविरों में कुल 53,501 लोगों को रखा गया है.
कई जगहों पर सड़कें धंस जाने के कारण पर्यटकों को पर्वतीय इडुक्की ज़िले में दाख़िल होने से रोका गया. कोझिकोड और वायनाड में विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए थलसेना के जवान छोटे-छोटे पुल बना रहे हैं.
इडुक्की जलाशय से और ज़्यादा पानी जारी होने की संभावना के मद्देनज़र इडुक्की और इससे सटे ज़िलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया.
केरल के पर्यटन मंत्री के. सुरेंद्रन ने बताया कि 24 विदेशियों सहित कम से कम 50 पर्यटक बुधवार से ही मन्नार के प्लम जूडी रिज़ॉर्ट में फंसे हुए थे और उन्हें वहां से निकालकर सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है.
कोच्चि में पेरियार नदी और इडुक्की में चेरुथोनी नदी की नीचे की धारा की तरफ की जगहों पर रहने वाले लोगों को तटों के जलमग्न होने की चेतावनी दी गई है.
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राज्य के 58 बांधों में से 24 के जलाशयों की अधिकतम भंडारण क्षमता पार हो गई है, जिसके कारण अधिकारियों को स्लुइस गेट खोलकर पानी छोड़ना पड़ा.
करीब 26 साल के बाद बीते नौ अस्गत को एक शटर खोला गया.
10 अगस्त की सुबह केरल के मुख्यमंत्री पी. विजयन ने थलसेना, नौसेना, वायुसेना, तटरक्षक बल और एनडीआरएफ की ओर से चलाए जा रहे बाढ़ राहत कार्यों और बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इडुक्की बांध में जलस्तर बढ़ने के कारण अभी छोड़े जा रहे पानी की तुलना में तीन गुना ज़्यादा पानी छोड़ना ज़रूरी हो गया है. इससे पेरियार नदी और इसकी सहायक नदियों में जलस्तर बढ़ेगा. लोगों को चौकस रहना चाहिए.
विजयन ने 12 अगस्त तक के अपने सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है और राज्य की राजधानी से वह हालात पर नज़र रखे हुए हैं.
केंद्रीय मंत्री केजे अल्फोंस ने कहा कि उन्होंने शुक्रवार सुबह गृहमंत्री राजनाथ सिंह के साथ केरल में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की. राजनाथ ने विजयन से भी बात की और वह रविवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे.

अल्फोंस ने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि भारत सरकार सशस्त्र बलों, आपदा प्रबंधन टीम की सेवाएं मुहैया करा रही है और अन्य जरूरी सहायता भी प्रदान कर रही है.
इस बीच, केरल के राजस्व मंत्री ई. चंद्रशेखरन ने बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की और कहा कि कोच्चि हवाई अड्डे के पास एहतियाती क़दम उठाए जाएं.
कोच्चि हवाई अड्डे ने एक बयान में कहा कि विमान परिचालन निरंतर जारी है और कोई उड़ान रद्द नहीं की गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते नौ अगस्त को मुख्यमंत्री विजयन से बात की थी और प्रभावितों को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया था.
मुख्यमंत्री बाढ़ प्रभावित ज़िलों के हवाई दौरे पर
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन राज्य के बाढ़ प्रभावित जिलों का हवाई दौरा कर रहे हैं.
सरकारी सूत्रों ने बताया कि ख़राब मौसम के चलते मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर इडुक्की के कट्टापना में नहीं उतर पाया, जहां वह इडुक्की बांध के पांच जलद्वार खोले जाने की पृष्ठभूमि पर बैठक करने वाले थे.
उन्होंने बताया कि उनका हेलीकॉप्टर वयनाड के लिए रवाना हो गया है जहां मुख्यमंत्री एक राहत शिविर का दौरा करेंगे और कलेक्ट्रेट में एक समीक्षा बैठक करेंगे.
मुख्यमंत्री के साथ विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथाला, राजस्व मंत्री ई चंद्रशेखरन, राज्य मुख्य सचिव टॉम जोस और राज्य पुलिस प्रमुख लोकनाथ बेहरा भी हैं.