अडाणी समूह की अडाणी गैस लिमिटेड को 13 शहरों में सीएनजी और पीएनजी वितरण का लाइसेंस स्वयं के स्तर पर मिला है जबकि अन्य शहरों के लिए उसे इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन के साथ संयुक्त तौर पर मिला है.
नई दिल्ली: उद्योगपति गौतम अडाणी के समूह को देश के 21 शहरों में गैस वितरण का लाइसेंस मिला है. इसके लिए हुई नीलामी में भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड की इकाई और टोरेंट गैस भी बड़े विजेता बनकर उभरी हैं.
अडाणी समूह की अडाणी गैस को 13 शहरों में खुद से सीएनजी और पाइप कुकिंग गैस (पीएनजी) वितरण का लाइसेंस मिला है. वहीं, इलाहाबाद समेत अन्य शहरों के लिए उसे यह लाइसेंस इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) के साथ संयुक्त तौर पर मिला है.
आईओसी ने 34 शहरों के लिए खुद और अन्य 20 शहरों के लिए अडाणी गैस लिमिटेड के साथ साझेदारी में बोली लगाई थी. जबकि अडाणी गैस लिमिटेड ने 32 शहरों के लिए खुद के स्तर पर बोली लगाई थी.
देश की सबसे बड़ी शहरी गैस वितरण योजना की नीलामी में 86 शहरों में से 78 शहरों के लिए यह प्रक्रिया पूरी हो गई है. पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड के अनुसार इंडियन ऑयल सात शहरों में खुद से गैस का वितरण करेगी. इनमें तमिलनाडु के कोयंबटूर और सलेम एवं मध्य प्रदेश का गुना शामिल है.
भारत पेट्रोलियम की इकाई भारत गैस रिसोर्सेज लिमिटेड को उत्तर प्रदेश के अमेठी और रायबरेली, महाराष्ट्र के अहमदनगर समेत 11 शहरों में गैस वितरण का लाइसेंस मिला है. वहीं, टोरेंट गैस को राजस्थान के अलवर, उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद और पुडुचेरी के करईकल समेत नौ शहरों के लिए यह लाइसेंस मिला है.
सार्वजनिक क्षेत्र की गैस कंपनी गेल की खुदरा इकाई को चार शहरों के लिए लाइसेंस मिला है. इसमें देहरादून शामिल है.
दिल्ली में गैस वितरण करने वाली कंपनी इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड को उत्तर प्रदेश के मेरठ और मुजफ्फरनगर में गैस वितरण का लाइसेंस मिला है.
बोर्ड के अनुसार, शहरों में गैस वितरण के लिए नौवें दौर की नीलामी में 78 शहरों के लिए लाइसेंस की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. इसके तहत अगले आठ साल में 30 सितंबर 2026 तक 1.53 करोड़ घरों में पीएनजी पहुंचाने और 3,627 सीएनजी स्टेशन स्थापित किए जाने हैं.