गो-तस्करों पर सख़्ती नहीं होने के कारण गोरक्षकों को सड़क पर आना पड़ता है: रामदेव

रामदेव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया सबसे बड़ा गोभक्त. कहा, कुछ गोरक्षक ज़्यादती कर देते हैं जिसके चलते 90 प्रतिशत गोरक्षकों की छवि धूमिल होती है.

Patna: Swami Ramdev after being offered a 'Makhana-garland' during a function, in Patna on Monday, July 16, 2018. (PTI Photo) (PTI7_16_2018_000021B)
Patna: Swami Ramdev after being offered a 'Makhana-garland' during a function, in Patna on Monday, July 16, 2018. (PTI Photo) (PTI7_16_2018_000021B)

रामदेव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया सबसे बड़ा गोभक्त. कहा, कुछ गोरक्षक ज़्यादती कर देते हैं जिसके चलते 90 प्रतिशत गोरक्षकों की छवि धूमिल होती है.

Patna: Swami Ramdev after being offered a 'Makhana-garland' during a function, in Patna on Monday, July 16, 2018. (PTI Photo) (PTI7_16_2018_000021B)
बाबा रामदेव (फोटो: पीटीआई)

जयपुर: योग गुरू बाबा रामदेव ने कहा कि गो तस्करी रोकने में पुलिस और प्रशासन को जितनी सख्ती से कार्रवाई करनी चाहिए उतनी उन्होंने नहीं की, जिसकी वजह से गोरक्षकों को सड़कों पर आना पड़ता है.

एक कार्यक्रम में भाग लेने आए रामदेव ने संवाददाताओं से कहा, ‘अवैध तरीके से जो लोग गायों को कत्लखानों में कटवातें है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.’ उन्होंने कहा कि कुछ गोरक्षक ज़्यादती कर देते हैं जिनके चलते 90 प्रतिशत गोरक्षकों की छवि धूमिल होती है.

बाबा रामदेव ने कहा कि गो हत्यारों के खिलाफ कोई नहीं बोलता है. गो हत्यारों को प्रोत्साहन क्यों मिलता है, यह कतई नहीं होना चाहिए. यदि किसी ने कत्लखाने का लाइसेंस भी ले रखा है, और उनका परिवहन कर रहा है तो हम इसके पक्षधर नहीं है.

पूर्ण गो हत्या रोकने की पैरवी करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे राष्ट्रभक्त और गो भक्त देश में और कौन होगा. उन्हें केंद्र में पूर्ण गोहत्या रोकने का कानून बनाना चाहिए. हालांकि उन्होंने कहा कि चार सालों में केंद्र ने अभी तक कानून नहीं बनाया है और हम ऐसा कानून बनने की उम्मीद लगाए बैठै हैं.

उन्होंने देश में घुसपैठियों के एक अन्य प्रश्न के जवाब में कहा कि एक भी आदमी अवैध तरीके से भारत में नहीं रहना चाहिए चाहे वह बांग्लादेश, पाकिस्तान या फिर अमेरिका का क्यों न हो. भारत में करीब तीन से चार करोड़ लोग अवैध रूप से रह रहे हैं. ऐसे लोग कितनी बड़ी हानि देश की अंखडता, एकता और संप्रभुता के लिए कर सकते हैं जिसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता.