जमात-ए-इस्लामी हिंद ने राजस्थान के अलवर में गोरक्षा के नाम पर एक व्यक्ति को पीट-पीट कर मार डालने की घटना की निंदा की.
राजस्थान के अलवर में कथित गोरक्षकों द्वारा एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या किए जाने की घटना की पृष्ठभूमि में प्रमुख मुस्लिम संगठन जमात-ए-इस्लामी हिंद ने आरोप लगाया कि केंद्र की मोदी सरकार समाज को बांटने वाली ताकतों की गतिवधियों और दलितों और अल्पसंख्यकों को निशाना बनाकर की जाने वाली घृणा अपराध की घटनाओं पर अंकुश लगाने में विफल रही है.
जमात प्रमुख मौलाना जलालुद्दीन उमरी ने संवाददाताओं से कहा, अलवर की घटना बहुत निंदनीय है और हम इस घटना के लिए ज़िम्मेदार सभी लोगों की गिरफ्तारी और उचित कानूनी कार्रवाई की मांग करते हैं.
उन्होंने कहा कि हमें लगता है कि केंद्र की भाजपा सरकार के बनने के बाद से गोररक्षा के नाम पर मुसलमानों और दलितों के खिलाफ घृणा अपराध की घटनाएं व इस तरह के हमले बढ़ गए हैं.
उन्होंने कहा, ऐसा लगता है कि कानून-व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. ऐसी घटनाओं से पूरी दुनिया में हमारे देश की छवि खराब हो रही है. सरकार को इसको लेकर गंभीरता से कदम उठाना चाहिए.
उमरी ने कहा, अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को ऐसी घटनाओं से उकसावे में नहीं आना चाहिए और दूसरे समुदाय से मिलकर रहने की हमारी पुरानी परंपरा को आगे बढ़ाना चाहिए.