छह औद्योगिक क्षेत्रों- वज़ीरपुर, मुंडका, नरेला, बवाना, साहिबाबाद और फ़रीदाबाद में अगले दो दिनों तक निर्माण कार्य बंद रहेगा. दिल्ली में पिछले तीन दिनों से वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ स्थिति में बनी हुई है.
नई दिल्ली: उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) ने राष्ट्रीय राजधानी में वायु की गुणवत्ता के ‘गंभीर’ स्थिति में पहुंचने के बाद सोमवार को दिल्ली-एनसीआर के ज़्यादा प्रदूषण वाले इलाकों में औद्योगिक गतिविधियों और निर्माण कार्य पर बुधवार तक के लिए रोक लगा दी.
दिवाली के बाद से ही दिल्ली में उच्चतम स्तर के प्रदूषण की स्थिति है. दिवाली के अगले दिन यानी आठ नवंबर को सबसे ज्यादा प्रदूषण था, तब एक्यूआई 571 के करीब पहुंच गया था.
दिल्ली में हवा की गुणवत्ता सोमवार को लगातार तीसरे दिन ‘गंभीर’ स्तर पर रही क्योंकि हवा की गति और प्रदूषकों को तितर-बितर करने वाले अन्य कारकों का अभाव रहा. वायु गुणवत्ता सूचकांक 449 रहा.
अधिकारियों ने लोगों को सलाह दी है कि घर के बाहर की गतिविधियां कम कर दें और निजी वाहनों का इस्तेमाल करने से बचें.
ईपीसीए अध्यक्ष भूरेलाल ने दिल्ली के मुख्य सचिव विजय कुमार देव को एक पत्र लिखकर कहा, ‘वज़ीरपुर, मुंडका, नरेला, बवाना, साहिबाबाद और फ़रीदाबाद जैसे प्रमुख औद्योगिक इलाकों में स्थित उद्योग बुधवार तक बंद रहेंगे.’
ईपीसीए ने दिल्ली, फ़रीदाबाद, गुरुग्राम, ग़ाज़ियाबाद और नोएडा में भी बुधवार तक निर्माण कार्य पर प्रतिबंध लगा दिए हैं.
दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति ने कहा कि यह प्रतिबंध सोमवार से ही लागू है और उद्योगों और निर्माण प्राधिकारियों को तत्काल निर्माण गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए पत्र भेजे जा रहे हैं.
ईपीसीए ने यातायात पुलिस को वाहनों के सुचारू संचालन के लिए विशेष दल तैनात करने का निर्देश दिया है.
ईपीसीए ने संबंधित पुलिस विभाग से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि भारी वाहन ‘ईस्टर्न एंड वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस’ से ही गुज़रें. संबंधित एजेंसियों को ग़ैरक़ानूनी उद्योगों के ख़िलाफ़ कार्रवाई तेज करने और प्रदूषण को नियंत्रण में करने के सभी प्रयास ख़ास तौर पर कचरे को जलाने से रोकने को कहा है.
ये सभी अनुशंसाएं केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) नीत कार्य बल ने किया था.
दिल्ली की वायु गुणवत्ता शनिवार को ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई थी. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इस साल का दूसरा सबसे उच्चतम प्रदूषण स्तर रविवार को 450 दर्ज किया.
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेट्रोलॉजी (आईआईटीएम) के अनुसार वायु गुणवत्ता में मंगलवार को सुधार हो सकता है लेकिन यह ‘बेहद ख़राब से गंभीर’ श्रेणी में बनी रहेगी.
पर्यावरण मंत्रालय ने 26 दिसंबर से प्रदूषण में कमी की उम्मीद जताई है.
केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के सचिव सीके मिश्रा ने बताया कि 26 दिसंबर से मौसम की परिस्थितियों में सुधार होने के मद्देनज़र औद्योगिक गतिविधियों पर लगी रोक की समीक्षा की जाएगी.
पर्यावरण सचिव ने बताया कि पिछले सालों की तुलना में इस साल प्रदूषण कम है. हालांकि, मौसम की स्थितियां बिगड़ने के कारण प्रदूषण की स्थिति अब गंभीर हुई है.
गौरतलब है कि 23 से 26 दिसंबर तक प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी रहेगी.
दिल्ली में लगातार तीसरे दिन प्रदूषण ‘गंभीर’ स्तर पर
दिल्ली में लगातार तीसरे दिन सोमवार को भी प्रदूषण का स्तर ‘गंभीर’ बना हुआ है. अधिकारियों के मुताबिक, वायु की गति और अन्य मौसमी कारक प्रदूषक तत्वों के बिखराव के लिए ‘अत्याधिक प्रतिकूल’ बने हुए हैं.
अधिकारियों ने लोगों को घर के बाहर की गतिविधियां कम से कम करने और निजी वाहनों के इस्तेमाल से बचने की सलाह दी है.
एक ओर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के डेटा के मुताबिक, समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 445 के ‘गंभीर’ स्तर पर रहा वहीं केंद्र संचालित वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान प्रणाली (सफर) ने 477 का बढ़ा हुआ एक्यूआई दर्शाया है.
सीपीसीबी के मुताबिक, सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी के 32 इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ दर्ज की गई जबकि पांच इलाकों में यह बहुत खराब श्रेणी में रही.
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में नोएडा में सबसे खराब 464 का एक्यूआई दर्ज किया गया. वहीं गाजियाबाद और फरीदाबाद में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ दर्ज की गई.
सीपीसीबी ने बताया कि यहां हवा में अतिसूक्ष्म कणों पीएम 2.5 का स्तर 369 रहा जबकि पीएम 10 का स्तर 533 दर्ज किया गया.
भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईएमटी) के मुताबिक, हवा की गुणवत्ता में मंगलवार को सुधार हो सकता है लेकिन वह ‘बहुत ख़राब’ से ‘गंभीर’ की ऊपरी श्रेणी में बनी रहेगी.
संस्थान ने कहा, ‘प्रदूषक तत्वों के बिखराव के लिए वायु की गति और वेंटिलेशन सूचकांक बेहद प्रतिकूल है.’
इसने बताया कि सोमवार को वेंटिलेशन सूचकांक प्रति सेकेंड 4500 वर्ग मीटर रहा.
सीपीसीबी नीत कार्य बल ने अधिकारियों को पहले से मौजूद उपायों को लागू करने के लिए कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं खासकर वाहनों एवं जैव ईंधनों से होने वाले उत्सर्जन को नियंत्रित करने के लिए.
सफर ने एक स्वास्थ्य परामर्श में दिल्लीवासियों से साधारण मास्क पर निर्भर नहीं रहने को कहा है. एजेंसी ने सलाह दी है कि घर से कम से कम बाहर निकलें.
साथ ही खिड़कियों को बंद रखने और लकड़ी, मोमबत्ती या अगरबत्ती तक जलाने से बचने की सलाह दी है.
इस परामर्श में लोगों से गीला पोछा लगाने और बाहरी गतिविधियों के लिए एन-95 मास्क या पी-100 रस्पिरेटर्स का इस्तेमाल करने को कहा गया है.
उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) ने कई सिफारिशें की हैं जिनमें एजेंसियों को हिदायत दी गई है कि वे पहले से तय किए गए उपायों को लागू करने के लिए ज़मीनी स्तर पर कार्रवाई में तेज़ी लाएं, खासतौर पर गाड़ियों के उत्सर्जन और बायोमास जलाने पर लगाम लगाएं.
अन्य सिफारिशों में, संबंधित एजेंसियां से कहा गया है कि उन जगहों पर निगरानी बढ़ाई जाएं जहां औद्योगिक कचरा डाला जाता है या जलाया जाता है. इसके साथ ही पानी का छिड़काव किया जाए और यातायात पुलिस सुगम यातायात सुनिश्चित करे.
कार्यबल ने लोगों से निजी गाड़ियों का इस्तेमाल नहीं करने का अनुरोध किया है, विशेष रूप से, डीज़ल से चलने वाले वाहनों का उपयोग करने से बचने को कहा है. इसके अलावा, लोगों से अपील की है कि वे अगले तीन से पांच दिन घर से बाहर कम से कम निकलें, खासतौर पर जिन्हें सांस की बीमारी है.
विशेषज्ञों के मुताबिक, ‘गंभीर’ श्रेणी की वायु गुणवत्ता में सेहतमंद लोगों को भी सांस लेने में दिक्कत हो सकती है.
सीपीसीबी ने कहा कि रविवार को राष्ट्रीय राजधानी के 30 इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी की रिकॉर्ड की गई जबकि छह क्षेत्रों में यह ‘बहुत गंभीर’ रही.
आंकड़ों के मुताबिक, अशोक विहार, आनंद विहार, वज़ीरपुर समेत अन्य इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर एवं आपात’ श्रेणी के आसपास रही.
सीपीसीबी के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में ग़ाज़ियाबाद में सबसे ख़राब वायु गुणवत्ता दर्ज की गई. वहां का एक्यूआई 475 रहा. फ़रीदाबाद और नोएडा में भी वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में रही.
सीपीसीबी ने कहा कि दिल्ली में समग्र पीएम 2.5 का स्तर 404 रहा जबकि पीएम 10 का स्तर 577 रहा.
भारतीय मौसम विभाग ने कहा कि कम हवा चलने और कम तापमान का दौर अगले तीन-चार दिन जारी रहेगा. इस वजह से प्रदूषकों का छितराव नहीं होगा और अगले दो-तीन दिन तक वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी रह सकती है.
दिसंबर में ठंड का 12 साल पुराना रिकॉर्ड टूटा, पारा 3.7 डिग्री पर
राष्ट्रीय राजधानी में रविवार के दिन बीते 12 साल में दिसंबर का सबसे कम तापमान दर्ज किया गया और पारा गिरकर 3.7 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया. शहर में मध्यम धुंध छाए रहने से दृश्यता प्रभावित हुई.
मौसम विभाग के आंकड़े के मुताबिक, पिछले 12 साल पहले 29 दिसंबर 2007 को दिसंबर महीने में न्यूनतम तापमान 3.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि रविवार को न्यूनतम तापमान मौसम के औसत से चार डिग्री कम रहा.
उन्होंने बताया कि अधिकतम तापमान 21.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस मौसम के लिहाज से सामान्य है.
मौसम कार्यालय का पूर्वानुमान है कि सोमवार को सुबह मध्यम धुंध छायी रहेगी और इसके बाद आसमान पर हल्के बादल छाये रहेंगे.
उन्होंने बताया कि दोपहर और शाम को धुंध छायी रहेगी. अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 22 और 5 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा.
आंकडों के मुताबिक, राष्ट्रीय राजधानी में दिसंबर महीने में अब तक का न्यूनतम तापमान का रिकॉर्ड 26 दिसंबर 1945 का है, जिस दिन न्यूनतम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.
मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि रविवार सुबह शहर में मध्यम धुंध छायी रही. इसके साथ ही पालम में दृश्यता 300 मीटर तक दर्ज की गई जबकि सफदरजंग में दृश्यता 400 मीटर रही.
आर्द्रता का स्तर 97 से 58 के बीच रहा.
ठंडी हवाएं चलने के साथ ही शनिवार को हफ्ते में दूसरी दफा न्यूनतम तापमान करीब 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. बृहस्पतिवार को भी न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस रहा था.
राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में सोमवार की सुबह बेहद सर्द रही और न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
मौसम विभाग ने कहा कि तापमान में गिरावट का कारण उत्तर-पश्चिमी भारत के ऊपर बनी शीत लहर की स्थितियां हैं.
विभाग ने कहा कि सोमवार को न्यूनतम तापमान 4.6 डिग्री सेल्सियस रहा जो इस मौसम के औसत तापमान से तीन डिग्री कम है.
सुबह साढ़े आठ बजे आर्द्रता का स्तर 100 प्रतिशत रहा.
मौसम विभाग ने दिन भर आसमान साफ रहने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है. विभाग ने कहा, ‘अधिकतम तापमान लगभग 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.’ रविवार को न्यूनतम 3.7 डिग्री और अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था.