यूपी: गैंगरेप मामले में म​​हिला ने आत्मदाह किया, दिल्ली महिला आयोग की दख़ल के बाद केस दर्ज

दिल्ली महिला आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा था पत्र. सरपंच सहित 14 लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज. पुलिस के केस दर्ज न करने पर महिला ने किया आत्मदाह. आरोप है कि महिला को 10 हज़ार रुपये में एक व्यक्ति को बेच दिया गया था, जिसने कई लोगों से क़र्ज़ लिया था. वह महिला को क़र्ज़ देने वालों के यहां घरेलू काम के लिए भेजा करता था, जहां महिला का यौन शोषण किया गया.

दिल्ली महिला आयोग ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा था पत्र. सरपंच सहित 14 लोगों के ख़िलाफ़ केस दर्ज. पुलिस के केस दर्ज न करने पर महिला ने किया आत्मदाह. आरोप है कि महिला को 10 हज़ार रुपये में एक व्यक्ति को बेच दिया गया था, जिसने कई लोगों से क़र्ज़ लिया था. वह महिला को क़र्ज़ देने वालों के यहां घरेलू काम के लिए भेजा करता था, जहां महिला का यौन शोषण किया गया.

Hapud

मेरठ: उत्तर प्रदेश में मेरठ मंडल के हापुड़ जिले में 29 साल की विवाहिता ने अपने साथ सामूहिक बलात्कार किए जाने पर कथित तौर पर पुलिस की ओर से कार्रवाई नहीं करने से आहत होकर खुद को आग लगा ली थी.

मामले में दिल्ली महिला आयोग के दखल के बाद हापुड़ की बाबूगढ़ पुलिस ने सरपंच समेत 14 लोगों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार का नामजद मुकदमा दर्ज किया है. आरोप है कि पुलिस द्वारा शिकायत न दर्ज किए जाने पर महिला ने बीते 28 अप्रैल को आत्मदाह कर लिया है. वह 80 फीसदी जल गई है और गाजियाबाद के एक अस्पताल में भर्ती है.

बता दें कि दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मामले का संज्ञान लेकर 11 मई को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा था और महिला के लिए न्याय की मांग की थी.

उन्होंने पत्र में कहा है, ‘पीड़िता को हापुड़ में पुलिस के हाथों असहनीय उत्पीड़न का सामना करना पड़ा, बार-बार शिकायत करने पर भी पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया.’

पत्र में यह भी लिखा है, ‘उत्तर प्रदेश पुलिस के संवेदनहीन और शर्मनाक रवैये की वजह से पीड़िता ने खुद को आग के हवाले कर लिया.’

पत्र के अनुसार, पीड़िता को कथित रूप से 10 हजार रुपये के लिए हापुड़ के एक शख्स को बेच दिया गया था. उस शख्स ने कई लोगों से कर्ज लिया हुआ था और बदले में वह पीड़िता को बिना मेहनताना के उनके यहां घरेलू काम करने के लिए मजबूर करता था. वहां पीड़िता के साथ कई बार उत्पीड़न और सामूहिक बलात्कार हुआ.

महिला ने आरोप लगाया है कि वह हापुड़ के एसपी और दूसरे वरिष्ठ अधिकारियों से घटना की शिकायत की थी लेकिन उन्होंने उसकी शिकायत पर केस दर्ज नहीं किया और न ही जिन लोगों के खिलाफ उन्होंने शिकायत की थी, उनके खिलाफ कोई कार्रवाई की गई.

बहरहाल, पुलिस का कहना है कि मामला संदिग्ध है और अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है.

हापुड़ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) यशवीर सिंह ने बताया कि महिला खुद जली या उसे जलाया गया, यह जांच का विषय है. सिंह ने इस बात से इनकार किया कि महिला ने इसलिए आत्मदाह की कोशिश की क्योंकि पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया.

एसपी ने यह भी कहा कि महिला की शिकायत पर पूर्व में भी कई बार जांच हो चुकी है, लेकिन घटना की पुष्टि नहीं हो सकी.

एसपी के अनुसार, महिला अपने साथ उत्पीड़न और सामूहिक बलात्कार की घटना को पांच साल पुरानी बता रही है. सभी घटनाएं अलग-अलग समय और अलग-अलग स्थानों की बताई गई हैं.

उन्होंने बताया कि पुलिस ने घटना के संबंध में गांव के लोगों से भी बात की है, लेकिन किसी ने भी घटना की पुष्टि नहीं की.

बहरहाल, सिंह ने कहा कि पीड़िता की शिकायत के आधार पर बाबूगढ़ थाना पुलिस ने 14 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है.