बसपा की पिछली सरकार में ताकतवर मंत्री रहे नसीमुद्दीन मुख्यमंत्री मायावती का दायां हाथ माने जाते थे.
कभी बसपा मुखिया मायावती का दाहिना हाथ कहे जाने वाले पार्टी महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी को भ्रष्टाचार और पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में पार्टी से निकाल दिया गया है.
बसपा महासचिव एवं राज्यसभा सदस्य सतीश चन्द्र मिश्र ने इस बात की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि नसीमुद्दीन ने चुनाव के दौरान लोगों से धन लिया. साथ ही पार्टी की जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं किया. पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहे और इन आरोपों पर पक्ष जानने के लिये बार-बार बुलाने पर भी नहीं आये.
#FLASH Senior BSP leader Naseemuddin Siddiqui and his son Afzal expelled from the party for indulging in anti-party activities pic.twitter.com/Sq8O65vL0J
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 10, 2017
उन्होंने कहा कि बसपा में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं है, लिहाज़ा नसीमुद्दीन और उनके बेटे अफज़ल को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. मालूम हो कि बसपा की पिछली सरकार में बेहद ताकतवर मंत्री रहे नसीमुद्दीन मुख्यमंत्री मायावती का दायां हाथ माने जाते थे.
उन पर मंत्री पद का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार के भी बेहद गंभीर आरोप लगे थे. नसीमुद्दीन विधान परिषद में विपक्ष के नेता भी रह चुके हैं.