केरल के कांग्रेस नेता एपी अब्दुल्लाकुट्टी ने कुछ दिन पहले फेसबुक पोस्ट में लिखा था कि एनडीए की जीत मोदी के विकास के एजेंडे की स्वीकार्यता दिखाती है. उनकी सफलता का राज है कि उन्होंने गांधीवादी मूल्यों को अपनाया.
तिरुवनंतपुरम: लोकसभा चुनाव में भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए की शानदार जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करने वाले केरल के कांग्रेस नेता एपी अब्दुल्लाकुट्टी को पार्टी ने सोमवार को तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया है.
अब्दुल्लाकुट्टी ने कुछ दिन पहले फेसबुक पोस्ट में लिखा था कि एनडीए की जीत मोदी के विकास के एजेंडे की स्वीकार्यता दिखाती है और उनकी सफलता का राज है कि उन्होंने गांधीवादी मूल्यों को अपनाया.
केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने मोदी की प्रशंसा करने पर अब्दुल्लाकुट्टी से सफाई मांगी जिस पर उन्होंने उपहासपूर्ण तरीके से जवाब दिया.
कांग्रेस की केरल इकाई ने एक बयान में कहा कि अब्दुल्लाकुट्टी ने पार्टी के हितों और उसके कार्यकर्ताओं की भावनाओं के विरुद्ध बयान देकर पार्टी के खिलाफ काम किया है. इसमें कहा गया कि वह मीडिया के माध्यम से कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के खिलाफ अपमानजनक बयान दे रहे थे और पार्टी अनुशासन तोड़ रहे थे.
AP Abdullakutty on being expelled from Congress by Kerala Pradesh Congress Committee for praising PM Narendra Modi: It's a sad news. I expected it from Mullappally Ramachandran (KPCC President). I'm not an opportunist. I am a person who took a stand on developmental issues. pic.twitter.com/jGYR2rpWHl
— ANI (@ANI) June 3, 2019
रामचंद्रन ने कहा, ‘इन हालात में अब्दुल्लाकुट्टी को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है.’
पहले दो बार माकपा से सांसद रहे अब्दुल्लाकुट्टी को 2009 में गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी की तारीफ करने पर भी वाम दल से निकाला गया था. बाद में वह कांग्रेस से विधायक बने. उन्होंने इस बार मोदी की तारीफ की तो उनके शासनकाल में शुरू की गयीं स्वच्छ भारत मिशन और उज्ज्वला जैसी योजनाओं की भी प्रशंसा की.
कांग्रेस के मुखपत्र ‘वीक्षणम’ में अब्दुल्लाकुट्टी की निंदा करते हुए उन्हें ‘प्रवासी पक्षी’ करार दिया गया और कहा गया है कि उनका बर्ताव पूरी तरह अस्वीकार्य है. अब्दुल्लाकुट्टी ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि अखबार ने उनका पक्ष जाने बिना प्रतिक्रिया दी है.