वायुसेना के प्रवक्ता ने कहा कि लापता विमान की तलाश जारी है. बीते सोमवार को भारतीय वायुसेना का एएन-32 परिवहन विमान असम के जोरहाट एयरबेस से उड़ान भरने के बाद अरुणाचल प्रदेश के मेनचुका वायुक्षेत्र में लापता हो गया. विमान में चालक दल के आठ सदस्य और पांच यात्री सवार थे.
ईटानगर: वायु सेना ने लापता एएन-32 विमान के बारे में जानकारी देने वाले को पांच लाख रुपये का इनाम देने की शनिवार को घोषणा की.
भारतीय वायु सेना के लापता एएन-32 विमान की खोज में लगी विभिन्न एजेंसियों के प्रयासों के बावजूद अब तक कोई सफलता हाथ नहीं लगी है. खराब मौसम के बीच शनिवार को छठे दिन भी खोज अभियान लगातार जारी रहा. विमान में 13 लोग सवार थे.
पूर्वी वायुसेना कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ एयर मार्शल आरडी माथुर ने विमान के बारे में जानकारी देने वाले के लिए इनाम की घोषणा की क्योंकि छह दिनों से चलाए जा रहे व्यापक तलाशी अभियान के बाद भी विमान का पता नहीं चल सका है.
वायुसेना के प्रवक्ता ने कहा कि हालांकि लापता विमान की तलाश जारी है, एयर मार्शल आरडी माथुर, पूर्वी वायुसेना कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ ने विमान के बारे में विश्वसनीय जानकारी प्रदान करने वाले व्यक्ति या समूह को 5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है.
विमान से संबंधित जानकारी साझा करने के लिए फोन नंबर – 9436499477/9402077267/9402132477 हैं.
वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने शनिवार को जोरहाट का दौरा किया.
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वायुसेना के अधिकारियों ने बताया कि धनोआ को अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई और स्थिति से अवगत कराया गया. इसके बाद उन्होंने उन अधिकारियों और वायु सेना के उन कर्मियों के परिजनों से मुलाकात की, जो भारतीय वायुसेना के विमान में सवार थे.
रूस निर्मित विमान ने अरुणाचल प्रदेश के शि-योमि जिले के मेचुका एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड के लिए सोमवार रात 12 बजकर 27 मिनट पर असम के जोरहाट से उड़ान भरी थी. जमीनी नियंत्रण कक्ष के साथ विमान का संपर्क दोपहर एक बजे टूट गया. विमान में चालक दल के आठ सदस्य और पांच यात्री सवार थे.
वायु सेना के प्रवक्ता विंग कमांडर रत्नाकर सिंह ने बताया कि खोज टीम इसरो के उपग्रहों सहित विभिन्न एजेंसियों के उन्नत तकनीक और सेंसर के साथ विमान का पता लगाने की कोशिश कर रही है.
उन्होंने कहा, ‘दुर्गम इलाके और घने जंगल से मिशन प्रभावित हो रहा है. दिन भर खराब मौसम और कम दृश्यता के कारण हवाई अभियानों को गंभीर चुनौती का सामना करना पड़ा है.’
उन्होंने कहा कि खराब मौसम के बावजूद वायु सेना, थल सेना और स्थानीय प्रशासन का संयुक्त खोज अभियान जारी रहा.
स्थानीय और जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ भारतीय सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की टीमें सियांग जिले के आसपास के इलाकों की तलाश कर रही हैं.
सिंह ने कहा, ‘भारतीय वायुसेना ने अभियान में और अधिक हेलीकॉप्टरों और मालवाहक विमानों को तैनात किया है और पिछले कुछ दिनों में खोज क्षेत्र का काफी विस्तार किया है. हवाई सेंसर और उपग्रहों से एकत्र किए गए डेटा और तस्वीरों का सुराग ढूंढ़ने के लिए बारीकी से विश्लेषण किया जा रहा है.’
वायु सेना अफसरों के परिजनों ने खोजी अभियान तेज करने का किया अनुरोध
वहीं, बीते 7 जून को वायुसेना के लापता मालवाहक विमान एएन-32 में सवार दो आईएएफ (भारतीय वायुसेना) अधिकारियों के परिजनों ने उनकी सुरक्षित वापसी की प्रार्थना करते हुए सरकार से खोजी अभियान तेज करने की अपील की थी.
फ्लाइट लेफ्टिनेंट आशीष तंवर (29) की मां सरोज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विमान और लापता अधिकारियों का पता लगाने के लिए सभी संसाधनों का इस्तेमाल करने की अपील की थी. हरियाणा के पलवल स्थित तंवर के पैतृक गांव दीघोट में उदासी और सन्नाटा छाया हुआ है.
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जोरहाट वायुसैन्य अड्डे पर तैनात वायु यातायात नियंत्रण अधिकारी तंवर और उनकी पत्नी संध्या तंवर ने 12 मई को हरियाणा में आम चुनावों में मतदान किया था. विमान ने सोमवार दोपहर को जोरहाट अड्डे से ही उड़ान भरी थी. आशीष तंवर बीटेक करने के बाद दिसंबर 2013 में वायुसेना में शामिल हुए थे. उन्होंने फरवरी 2018 में संध्या से शादी की थी.
उधर, फ्लाइट लेफ्टिनेंट मोहित गर्ग (27) के परिजन भी चिंता में डूबे हुए हैं. एक परिजन ने कहा था, ‘खोजी अभियान तेज किया जाना चाहिए.’
विमान लापता होने की खबर मिलने के बाद, मोहित के पिता सुरेंद्रपाल गर्ग और चाचा ऋषिपाल गर्ग असम के लिए रवाना हो गये. उनके भाई अश्विनी ने कहा कि परिवार उनकी सुरक्षित वापसी की प्रार्थना कर रहा है. मोहित की एक साल पहले ही शादी हुई थी और उनकी पत्नी असम के एक बैंक में तैनात हैं.
वायुसेना विमान के जमीनी कर्मियों से संपर्क टूटने के बाद बड़े पैमाने पर खोजी अभियान चलाया गया है. इस विमान में चालक दल के आठ सदस्यों सहित 13 लोग सवार थे.