पुलिस ने शिकायत के बावजूद बरती लापरवाही, घटना में छह और लोगों के भी शामिल होने की आशंका.
हरियाणा के रोहतक में एक दलित युवती से हुए निर्भया जैसे सामूहिक बलात्कार एवं हत्या के मामले में रोंगटे खड़े कर देने वाली और जानकारी सामने आई. पीड़ित के परिवार ने आरोप लगाया कि हत्या से पहले पुलिस ने मदद के लिए उनके अनुरोध पर ध्यान नहीं दिया गया.
पीड़िता के पोस्टमार्टम से यह पता चला है कि युवती के कपाल की हड्डी के कई टुकड़े हो गए थे और हो सकता है उसके गुप्तांग में कोई धारदार चीज़ डाली गई हो. पीड़िता का पोस्टमार्टम रोहतक स्थित पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट आॅफ मेडिकल साइंसेस (पीजीआईएमएस) में किया गया.
वहां के फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. एसके धत्तेरवाल ने कहा, पोस्टमार्टम से यह बात सामने आई है कि वह एक क्रूर बलात्कार और हत्या थी. हरियाणा पुलिस ने मुख्य आरोपी सुमित सहित दो व्यक्तियों को गिरफ़्तार किया है. लड़की दलित समुदाय से ताल्लुक रखने वाले बेहद ग़रीब परिवार से थी और सुमित भी दलित समुदाय से है.
पीड़ित परिवार को 10.5 लाख मुआवज़ा
हरियाणा पुलिस ने मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया है. पुलिस ने रविवार को कहा कि पीड़िता के परिवार को छह और व्यक्तियों के शामिल होने का संदेह है जिसमें से पांच मुख्य आरोपी से संबंधित हैं. इस बीच राष्ट्रीय महिला आयोग सदस्य रेखा शर्मा ने पीड़िता के परिवार से मुलाकात की और कहा कि वह उम्मीद करती हैं कि आरोपियों को निर्भया के हत्यारों जैसा कड़ा दंड मिलेगा.
इस बीच पीड़िता के परिवार के लिए 10.5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की गई. 23 वर्षीय युवती चूंकि एक दलित थी, राज्य कल्याण विभाग उसके परिवार को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार रोकथाम) क़ानून के तहत 8.5 लाख रुपये मुहैया कराएगा.
सोनीपत के उपायुक्त के. मकरंद पांडुरंग ने कहा, बाकी दो लाख रुपये रेड क्रॉस द्वारा दिए जाएंगे. 23 वर्षीय युवती का क्षत विक्षत शव गत 11 मई को रोहतक के अर्बन एस्टेट स्थित औद्योगिक मॉडल टाउनशिप के पास मिला था. युवकी नौ मई को लापता हो गई थी और उससे सामूहिक बलात्कार के बाद उसकी बड़ी बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. आवारा कुत्तों ने उसका चेहरा और शरीर का नीचे का हिस्सा काट खाया था.
एक महीने पहले की थी पुलिस में शिकायत
इस अपराध की क्रूरता दिल्ली के निर्भया घटना की याद ताज़ा करती है जिसको लेकर पूरे देश में आक्रोश उत्पन्न हो गया था. पीड़िता के परिजनों ने आरोप लगाया है कि उन्होंने एक महीने पहले इस शिकायत के साथ सोनीपत पुलिस से सम्पर्क किया था कि सुमित उनकी पुत्री को परेशान कर रहा है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
पीड़िता के रिश्तेदार ने सोनीपत में संवाददाताओं से कहा, पहले हमने मुख्य आरोपी द्वारा परेशान किए जाने की शिकायत के साथ पुलिस से सम्पर्क किया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. सोनीपत के पुलिस अधीक्षक अश्विन शेनवी ने आरोप का खंडन करते हुए कहा, कुछ समय पहले युवती की ओर से पुलिस को एक मौखिक शिकायत दी गई थी कि मुख्य आरोपी उससे विवाह करने के लिए कह रहा है.
लिखित शिकायत नहीं की इसलिए चुप रही पुलिस
वह एक मौखिक शिकायत थी और पुलिस थाने में कोई लिखित शिकायत नहीं थी. अधिकारी ने कहा, यद्यपि बाद में शिकायतकर्ता और उसकी मां एक बार फिर थाने में आईं और कहा कि उन्होंने एक समझौता कर लिया है और पुलिस कार्रवाई की कोई ज़रूरत नहीं है.
शेनवी ने कहा कि डीएसपी (मुख्यालय) सोनीपत मुकेश के नेतृत्व वाली एक एसआईटी मामले की जांच कर रही है. इसमें एक स्थानीय एसएचओ, सीआईए निरीक्षक और एक महिला पुलिस अधिकारी शामिल हैं. उन्होंने कहा कि पीड़िता दलित समुदाय से थी, आरोपी के ख़िलाफ़ अनुसूचित जाति अत्याचार रोकथाम क़ानून के प्रावधानों के तहत भी मामला दर्ज किया गया है.
शेनवी ने कहा कि जांच के दौरान केवल दो व्यक्तियों की संलिप्तता सामने आई और दोनों को गिरफ़्तार कर लिया गया है. रोहतक रेंज के पुलिस महानिरीक्षक नवदीप विर्क ने कहा कि पीड़ित परिवार ने छह और व्यक्तियों के नाम शनिवार शाम को दिए और और अपराध में उनकी संलिप्तता का संदेह व्यक्त किया.
यह पता लगाने के लिए परिवार का एक पूरक बयान दर्ज किया गया है कि जो नामित किए गए हैं क्या वे वास्तव में लिप्त थे. इन छह व्यक्तियों में से पांच मुख्य आरोपी सुमित के रिश्तेदार हैं. एक और भी किसी तरह से आरोपी से संबंधित है. पुलिस ने 24 वर्षीय सुमित और 28 वर्षीय विकास को बलात्कार, हत्या और अपहरण के आरोपों में गिरफ़्तार किया है.
एक महीने पहले शुरू हुआ था आॅपरेशन दुर्गा
पीड़िता के परिवार ने दिल्ली के निर्भया मामले की तरह आरोपियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. चौंकाने वाली घटना तब हुई है जब भाजपा नीत हरियाणा सरकार ने राज्य में सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं से छेड़खानी और उत्पीड़न रोकने के लिए एक महीने पहले आपरेशन दुर्गा शुरू किया था.
पुलिस ने बताया पीड़िता एक तलाक़शुदा थी उसे नौ मई को सोनीपत से अपहृत कर लिया गया था और एक कार में रोहतक ले जाया गया था. पीड़िता के परिवार ने सोनीपत पुलिस थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. सोनीपत के पुलिस उप निरीक्षक अजय मलिक ने कहा कि पीड़िता से पहले बलात्कार किया गया और उसके बाद आरोपियों ने उस पर ईंट से हमला करते हुए उसका चेहरा कुचल दिया.
हरियाणा में क़ानून व्यवस्था चौपट: विपक्ष
पुलिस ने बताया कि सुमित पीड़िता का परिचित था और कथित तौर पर उस पर विवाह करने के लिए दबाव बना रहा था. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया था. वहीं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रविवार को आरोप लगाया कि राज्य में क़ानून एवं व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गई है और भाजपा सरकार अपराध के बढ़ते ग्राफ पर लगाम लगाने में असफल रही है.
उन्होंने युवती से सामूहिक बलात्कार और हत्या में शामिल दोषियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा कि ऐसी घटना जहां भी होती है वह मानवता के लिए शर्म की बात है. पीड़िता के शव की पहचान उसकी मां ने उसके कपड़ों के आधार पर की. पीड़िता की मां ने पुलिस को दिए एक बयान में कहा, वह उस पर विवाह करने के लिए दबाव डाल रहा था और उसे धमकाता था. एक सप्ताह पहले जब वह काम से लौट रही थी, उसने उसे रोक लिया. जब उसने विरोध किया तो उसने धमकाया और उसे अपशब्द कहे. युवती ने उसे चांटा मार दिया और घर आ गई. सुमित एक निजी नौकरी करता था, विकास एक कार मैकेनिक के तौर पर काम करता था.