कांग्रेस की ओर से कहा गया कि दोनों असंतुष्ट नेता ‘क्रॉस वोटिंग’ में शामिल हैं, क्योंकि उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवारों की बजाय भाजपा के उम्मीदवार को अपना वोट दिया.
गांधीनगर: कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर और धवल सिंह जाला ने शुक्रवार को गुजरात विधानसभा से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने यह कदम प्रत्यक्ष तौर पर राज्यसभा उपचुनाव में पार्टी उम्मीदवारों के खिलाफ मतदान के बाद उठाया है.
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि दोनों असंतुष्ट नेता ‘क्रॉस वोटिंग’ में शामिल हैं क्योंकि उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवारों की बजाय भाजपा के उम्मीदवार को अपना वोट दिया.
अल्पेश ठाकोर ने विधानसभा से इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस पर हमलावर होते हुए कहा, ‘मैंने अपना वोट ईमानदार राष्ट्रीय नेतृत्व को दिया है.’
अमित शाह और स्मृति ईरानी के लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद गुजरात में राज्यसभा की दो सीटें खाली हो गई थीं. इन सीटों पर शुक्रवार को हुए उपचुनाव के लिए गांधीनगर में विधानसभा परिसर में शुक्रवार सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक मतदान हुआ. मतदान समाप्त होने के बाद मतगणना हुई.
भाजपा ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर और ओबीसी नेता जुगल जी. ठाकोर को मैदान में उतारा है. वहीं कांग्रेस ने चंद्रिका चूडास्मा और गौरव पांड्या को उम्मीदवार बनाया है.
ठाकोर ने बाद में संवाददाताओं से कहा, ‘मैंने और जाला ने कांग्रेस विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है. हमने विधानसभा अध्यक्ष को अपना इस्तीफा सौंप दिया है.’
राज्यसभा उपचुनाव में ‘क्रॉस वोटिंग’ के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘मैंने अपना वोट ईमानदार राष्ट्रीय नेतृत्व को दिया है, जो देश को एक नए मुकाम पर ले जाना चाहते हैं. मैंने अपनी अंतरात्मा के अनुसार वोट दिया है.’
राधनपुर से विधायक एवं प्रमुख ओबीसी नेता ठाकोर ने कहा, ‘कांग्रेस में मुझे मानसिक तनाव के अलावा कुछ नहीं मिला. मैं अब उस बोझ से मुक्त हूं.’
उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी शिकायतें राहुल गांधी सहित कांग्रेस नेताओं तक पहुंचा दी थीं, लेकिन कुछ नहीं हुआ.
वहीं साबरकांठा जिले के बायद से विधायक जाला ने कहा कि वह कांग्रेस में सहज नहीं महसूस कर रहे थे.
उन्होंने कहा, ‘मैंने भी कांग्रेस विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है. मैं पार्टी की विचारधारा से सहमत नहीं हूं. हालांकि मैंने पार्टी के खिलाफ काम करने वाले अनेक लोगों की शिकायतें की हैं, लेकिन हमारे नेताओं ने उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. पार्टी कार्यकर्ता भी इससे नाराज हैं.’
दोनों विधायकों ने अपने आगे के कदम की जानकारी नहीं दी लेकिन माना जा रहा है कि वे शीघ्र ही भाजपा में शामिल हो सकते हैं.