कश्मीर मुद्दा भारत, पाकिस्तान को द्विपक्षीय तरीके से हल करना चाहिए: फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों

एमैनुअल मैक्रों ने कहा कि मैं कुछ दिनों बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से बात करूंगा और उनसे कहूंगा कि वार्ता द्विपक्षीय होनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि फ्रांस अगले महीने भारत को 36 राफेल लड़ाकू विमानों में से पहला विमान भेजेगा.

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France's President Emmanuel Macron speaks during a press conference he held during the 73rd session of the United Nations at U.N. headquarters in New York, U.S., September 25, 2018. REUTERS/Caitlin Ochs

एमैनुअल मैक्रों ने कहा कि मैं कुछ दिनों बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से बात करूंगा और उनसे कहूंगा कि वार्ता द्विपक्षीय होनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि फ्रांस अगले महीने भारत को 36 राफेल लड़ाकू विमानों में से पहला विमान भेजेगा.

France's President Emmanuel Macron speaks during a press conference he held during the 73rd session of the United Nations at U.N. headquarters in New York, U.S., September 25, 2018. REUTERS/Caitlin Ochs
फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों. (फाइल फोटो: रॉयटर्स)

सैनिली (फ्रांस): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ आमने-सामने हुई लंबी बातचीत के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुअल मैक्रों ने कहा कि भारत और पाकिस्तान को कश्मीर मुद्दा द्विपक्षीय तरीके से हल करना चाहिए और किसी भी तीसरे पक्ष को क्षेत्र में न तो हस्तक्षेप करना चाहिए और न ही वहां हिंसा को उकसाना चाहिए.

सैतो दे सैनिली में बीते गुरुवार को 90 मिनट से अधिक समय की आमने-सामने हुई मुलाकात में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों ने रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए गतिशील और बहुआयामी संबंधों के संपूर्ण आयाम की समीक्षा की.

इस मुलाकात के बाद प्रतिनिधि स्तर की वार्ताएं हुईं और फिर दोनों देशों ने चार सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर किए.

वार्ता के बाद एक संयुक्त प्रेस बयान में राष्ट्रपति मैक्रों ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें जम्मू कश्मीर पर भारत द्वारा हाल ही में लिए गए निर्णय के बारे में बताया और कहा कि यह उनकी संप्रभुता के दायरे में है.

मैक्रों ने कहा, ‘मैंने उन्हें कहा कि भारत और पाकिस्तान को ही इस मुद्दे का द्विपक्षीय तरीके से हल निकालना चाहिए और किसी भी तीसरे पक्ष को न तो हस्तक्षेप करना चाहिए और न ही क्षेत्र में हिंसा को उकसाना चाहिए.’

फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि जमीनी हालात को बिगड़ने से रोकना भारत और पाकिस्तान दोनों की जिम्मेदारी है क्योंकि इससे तनाव बढ़ सकता है.

गौरतलब है कि भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान पांच अगस्त को रद्द कर प्रदेश को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांट दिया था.

मैक्रों ने कहा कि फ्रांस यह सुनिश्चित करेगा कि संघर्षविराम रेखा के दोनों ओर के क्षेत्रों में आम नागरिकों के हितों और अधिकारों का पूरा ध्यान रखा जाए.

उन्होंने कहा कि क्षेत्र में शांति बनाए रखनी चाहिए और लोगों के अधिकारों की रक्षा की जानी चाहिए.

फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा, ‘मैं कुछ दिनों बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री (इमरान खान) से बात करूंगा और उनसे कहूंगा कि वार्ता द्विपक्षीय होनी चाहिए.’

उन्होंने यह भी कहा कि फ्रांस अगले महीने भारत को 36 राफेल लड़ाकू विमानों में से पहला विमान भेजेगा.

मैक्रों के बाद, मोदी ने कहा कि भारत और फ्रांस के बीच संबंध किसी स्वार्थ पर नहीं, बल्कि ‘स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व’ के मजबूत विचारों पर आधारित हैं.

उन्होंने कहा कि भारत और फ्रांस आतंकवाद रोधी अभियानों और सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाएंगे.