उत्तर प्रदेश के अमेठी ज़िले का मामला. मृतक के माता-पिता ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनके बेटे को पीट-पीट कर मार डाला.
अमेठी: उत्तर प्रदेश के अमेठी शहर की इंहौना पुलिस चौकी में एक आरोपी की हिरासत में मौत के बाद दो पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है.
पुलिस अधीक्षक ख्याति गर्ग ने सोमवार को बताया कि चोरी के संदेह में हिरासत में लिए गए राम अवतार चौधरी (35) की रविवार को इंहौना पुलिस चौकी में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी.
उन्होंने बताया कि अवैध रूप से हिरासत में रखने और मानवाधिकार उल्लंघन का प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने के बाद थाना प्रभारी एंव चौकी इंचार्ज को निलंबित कर दिया गया है. मामले की मजिस्ट्रेट जांच भी कराई जा रही है.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उपरोक्त मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के दिशानिर्देश का अनुकरण करते हुए सबसे पहले मजिस्ट्रेट के सामने पंचायतनामा करवाया गया. उसके बाद पैनल से शव का पोस्टमॉर्टम करवाया गया है, जिसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई है.
उन्होंने बताया कि इसमें वादी की तरफ से जो भी तहरीर आएगी, उसके आधार पर मुकदमा लिखा जाएगा.
ख्याति गर्ग ने बताया कि अयोध्या क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक संजीव कुमार ने भी रविवार देर शाम घटनास्थल का दौरा कर हालात का जायजा लेने के बाद जिले के अधिकारियों के साथ बैठक की.
इन्हौना चौकी में 25 अगस्त को पुलिस हिरासत में संदिग्ध हालात में आरोपी राम अवतार चौधरी की मौत हो गई थी. मृतक के पिता राम अभिलाख एवं माता रामपति का आरोप है कि पुलिस ने पीट-पीट कर उनके बेटे को मार डाला.