भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती समेत कई बड़े नेता बाबरी विध्वंस मामले की सुनवाई कर रही विशेष सीबीआई अदालत के सामने पेश हुए.
लखनऊ: अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहाये जाने के मामले की सुनवाई कर रही विशेष सीबीआई अदालत ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी एवं अन्य आरोपियों को पचास-पचास हजार रुपये के निजी मुचलके पर मंगलवार को जमानत दे दी है. लेकिन आरोप तय करने पर हुई सुनवाई पर फैसला सुरक्षित रख लिया है. सभी आरोपियों ने अदालत से आरोपों को खारिज करने का आग्रह किया था.
इससे पहले आडवाणी, जोशी, उमा भारती, विनय कटियार, साध्वी रितंभरा और विष्णु हरि डालमिया समेत कई वरिष्ठ नेता सीबीआई की विशेष अदालत में पेश हुए.
Lucknow: Special CBI court grants bail to all 12 accused on personal bond in #Babri case pic.twitter.com/82rrqOHcOL
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 30, 2017
विशेष सीबीआई न्यायाधीश एस के यादव ने कहा था कि अब व्यक्तिगत पेशी से छूट या कार्यवाही स्थगित करने के किसी आवेदन पर विचार नहीं किया जाएगा.
अदालत बाबरी मस्जिद ढहाये जाने से संबद्ध दो मामलों की सुनवाई कर रही है. आडवाणी, जोशी, उमा, कटियार और साध्वी पर एक मामले में आरोप तय होंगे जबकि दूसरे मामले में महंत नृत्य गोपाल दास, महंत राम विलास वेदांती, बैकुंठ लाल शर्मा उर्फ प्रेमजी, चंपत राय बंसल, महंत धर्म दास और सतीश प्रधान के खिलाफ आरोप तय होंगे.
इससे पहले अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहाये जाने के मामले में भाजपा के वरिष्ठ नेता पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी सीबीआई की विशेष अदालत में पेश होने के लिए लखनऊ पहुंचे. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीवीआईपी गेस्ट हाउस में आडवाणी का स्वागत किया.
भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने कहा कि धरती की कोई ताकत अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण नहीं रोक सकती.
सीबीआई की विशेष अदालत में सुनवाई के लिए आये महाराज ने कहा, ‘मैंने कोई अपराध नहीं किया है … मैंने कुछ गलत नहीं किया है … वस्तुत: मैं सौभाग्यशाली हूं … धरती की कोई ताकत अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण को नहीं रोक पाएगी.’
उन्होंने कहा, ‘अब इस बारे में और बहस नहीं होनी चाहिए क्योंकि जिन्होंने राम मंदिर का विरोध किया था, आज वे ही राम भक्त हो गये हैं … मुसलमान खुद इसके लिए आगे आ रहे हैं.’
साक्षी महाराज ने कहा कि बाबर विदेशी था और उसका भारत से कोई लेना देना नहीं था. मीडिया को भी बार बार इसे बाबरी नहीं कहना चाहिए. यह राम जन्मभूमि है.
उधर, महंत राम विलास वेदान्ती ने कहा कि अयोध्या में विवादित ढांचा ढहाने वालों में वह भी शामिल थे. भाजपा के वरिष्ठ नेताओं लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी की इसमें कोई भूमिका नहीं है.
अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहाये जाने के मामले की सुनवाई के सिलसिले में सीबीआई की विशेष अदालत में पेश होने आये वेदांती ने कहा, अयोध्या में विवादित ढांचे की मीनार गिराने वालों में मैं भी शामिल था.
उन्होंने कहा, आडवाणी और जोशी निर्दोष हैं .. वेदांती ने कहा कि वह अयोध्या मेें भव्य राम मंदिर निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं.