घटना मध्य प्रदेश के छतरपुर की है. दलित समुदाय के एक युवक की बीते 28 जून को शादी थी, लेकिन उसे अपनी बारात में घोड़ी पर बैठने के लिए स्थानीय पुलिस की मदद के लिए आवेदन देना पड़ा था, जिसमें बारात में बाधा डालने की धमकियों को लेकर चिंता व्यक्त की गई थी.
मध्य प्रदेश विवाह सहायता योजना के तहत 30.4 करोड़ रुपये का यह घोटाला 2019 और 2021 के बीच का है. इस घोटाले के तहत हज़ारों युवतियों की फ़र्ज़ी शादियां कराई गईं ताकि घोटालेबाज़ मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदन कर सके.